मुंबई। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 के अवसर पर एक वॉकाथॉन का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य समाज में ईमानदारी, पारदर्शिता और नैतिक आचरण को प्रोत्साहित करना था। नाबार्ड के अध्यक्ष श्री शाजी के. वी. ने इस वॉकाथॉन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह कार्यक्रम केन्द्रीय सतर्कता आयोग (CVC) की थीम “सतर्कता: हमारी साझी जिम्मेदारी” के अनुरूप आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री शाजी के. वी. ने कहा कि “सतर्कता केवल एक व्यक्ति या संस्था की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। जब प्रत्येक नागरिक और संगठन अपनी भूमिका ईमानदारी से निभाएगा, तभी नैतिक शासन और पारदर्शिता की मजबूत नींव तैयार होगी।”
इस वॉकाथॉन में नाबार्ड के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों और विभिन्न वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों ने नारे और पोस्टरों के माध्यम से ईमानदारी और जवाबदेही का संदेश फैलाया।
नाबार्ड द्वारा यह कार्यक्रम 27 अक्टूबर से 2 नवम्बर 2025 तक चल रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत आयोजित किया गया था। इस सप्ताह के दौरान संस्था द्वारा देशभर में कई जन-जागरूकता कार्यक्रम — जैसे संगोष्ठियाँ, प्रशिक्षण सत्र, निबंध प्रतियोगिताएँ, और डिजिटल कैंपेन — भी आयोजित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने यह भी दोहराया कि नाबार्ड का उद्देश्य सिर्फ वित्तीय समृद्धि तक सीमित नहीं है, बल्कि एक पारदर्शी और जवाबदेह कार्यसंस्कृति को भी बढ़ावा देना है।
शाजी के. वी. ने उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, “सतर्कता का अर्थ केवल निगरानी नहीं, बल्कि एक ऐसा वातावरण बनाना है जहां ईमानदारी ही प्रणाली का मूल आधार बने। नाबार्ड इसी दिशा में लगातार काम कर रहा है।”
वॉकाथॉन के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने ‘ईमानदारी और सतर्कता’ की शपथ ली और समाज में नैतिकता की भावना को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
(रिपोर्ट: अनिल बेदाग)
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