ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सोमवार देर शाम को सर्वे का वीडियो लीक होने के बाद से आरोपों और बयानबाजी का दौर जारी है. इसी बीच ऑल इंडिया एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एम एस बिट्टा काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे हैं. मंगलवार को पहुंचे बिट्टा ने मंदिर में दर्शन करने के बाद कहा कि बाबर के समय में मंदिरों का अपमान हुआ है. उन्होंने कहा कि काशी में ज्योतिर्लिंग था और रहेगा. बाबर और औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़ा था यह सभी को मानना चाहिए.
इसी के साथ उन्होंने एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर भी जमकर हमला किया. उन्होंने औरंगजेब की कब्र पर ओवैसी की ओर से चादर चढ़ाए जाने की बात की निंदा की. उन्होंने ओवैसी को सलाह दी कि वे खूनी इतिहास के पन्नों को खोलने की कोशिश न करें. औरंगजेब एक क्रूर और जालिम शासक था.
मंदिर है और रहेगा
बिट्टा ने कहा कि ज्ञानवापी से जो भी सबूत मिले हैं उसे देखकर यही लगता है कि यहां पर मंदिर था और मंदिर है. आने वाले समय में यहां पर मंदिर ही रहेगा. गौरतलब है कि बिट्टा काशी विश्वनाथ मंदिर अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के तहत देश में शांति की कामना करने के लिए पहुंचे थे.
वहीं इससे पहले सोमवार को सर्वे रिपोर्ट का वीडियो कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के कुछ देर बाद ही लीक हो गया और टीवी पर चलने लगा. जिसके बाद अब हिंदू पक्ष के वकील हरि शंकर जैन ने कहा था कि हम लोगों ने अभी तक सर्वे रिपोर्ट को खोला भी नहीं है और ये टीवी पर चलने लगी है.
हमारे पास सर्वे रिपोर्ट के लिफाफे सीलबंद रखे हुए हैं. उन्होंने इसके साथ ही सीलबंद लिफाफे भी दिखाए. उन्होंने कहा था कि वीडियो कहां से लीक किया गया है ये पता लगाना है.
उन्होंने कहा कि कोर्ट को वीडियो लीक करने वाले की जिम्मेदारी तय करनी होगी.
-एजेंसियां