मोदी सरकार का किसानों को तोहफा, नैनो यूरिया के बाद नैनो DAP को भी दी मंजूरी

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नैनो DAP क्या है?

नैनो डीएपी आखिरकार क्या है? इस बात को लेकर किसानों और जनता में बहुत जिज्ञासा है। तो नैनो डीएपी क्या है जानें।

नैनो यूरिया की तरह ही नैनो डीएपी लिक्विड अवस्था में मिलेगी। अभी तक तो DAP पाउडर-गोलियों के तौर पर पीले रंग की बोरी में मिलती थी। पर अब यह एक बोतल में किसानों को उपलब्ध होगी।

पौधों की जड़ों का होता है अच्छा विकास

डीएपी एक फॉस्फेटिक यानी रसायनिक खाद है। यह पौधों में पोषण, नाइट्रोजन और फास्फोरस की कमी को पूरा करता है। इस DAP में 18 फीसद नाइट्रोजन और 46 फीसद फास्फोरस होता है। इसके प्रयोग से पौधों की जड़ों में अच्छा विकास होता है। एक तरह से देखा जाए तो यह उर्वरक भी फसल की उत्पादकता को बढ़ाने में अहम रोल अदा करता है।

प्रति एकड़ 250 मिलीग्राम नैनो डीएपी लाभकारी

नैनो डीएपी फसल का दो बार उपयोग कर सकते हैं। प्रथम बार इसका प्रयोग बीज शोधन अर्थात धान की रोपाई के पूर्व नैनो डीएपी के घोल में धान की नर्सरी के जड़ को भिगोने के बाद उसकी रोपाई की जाए। इसके बाद 25 से 30 दिनों के अंतराल में नैनो डीएपी के घोल का छिड़काव किया जाए। प्रति एकड़ परिक्षेत्र में 250 मिलीग्राम नैनो डीएपी लाभकारी है।

Compiled: up18 News


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