अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को ये सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि उसकी ज़मीन का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों के लिए न हो. नरेंद्र मोदी इस समय अमेरिकी दौरे पर हैं. अमेरिका और भारत ने हमेशा सीमा पार से चलने वाली आतंकी गतिविधियों की निंदा की है.
इस बयान में कहा गया है, “हमने सीमा पार के आतंकवाद की कड़ी निंदा की है. हमने परोक्ष लड़ाइयों में आतंकवाद के इस्तेमाल की भी आलोचना की है. हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वो ये सुनिश्चित करे कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी इलाके का इस्तेमाल आतंकवादी हमले में न हो.”
भारत और अमेरिका के संयुक्त बयान में कहा गया है, “अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी अल-कायदा, आईएसआईएस/दाएश, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिजबुल सहित सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेंगे. ”
मुंबई में 2008 के हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद को दोषी ठहराया जाता है. तीन दिन तक चले इस हमले में 160 लोगों की मौत हुई थी.
बाइडन और मोदी ने मुंबई में 26/11 और पठानकोट हमले की साजिश रचने वालों को अदालत के कठघरे में खड़ा करने की प्रतिबद्धता दोहराई.
2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमलों में सात भातीय सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद को भी संबोधित किया. उन्होंने अपने भाषण में आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में अमेरिका पर 9/11 हमले और भारत पर 26/11 आतंकी हमले पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, ”आतंकवाद मानवता का दुश्मन है. हमें इस आतंकवाद को हराने के लिए सही तरीके से लड़ना होगा हमारे देशों की एकता ही इस आतंकवाद से लड़ सकती है। मुंबई पर आतंकी हमले के बाद भी आतंकवाद का खतरा बरकरार है. इसे मिटाने के लिए संयुक्त प्रयास की जरूरत है.”
Compiled: up18 News
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