चीन में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच भारत सरकार ने बचाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। 27 दिसंबर को देश भर के अस्पतालों में कोविड आपातकालीन तैयारियों की जांच करने के लिए एक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक “27 दिसंबर मंगलवार को देश भर के अस्पतालों में कोविड 19 मामलों से निपटने के लिए और आपातकालीन प्रतिक्रिया को परखने के मकसद से एक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया भी मॉक ड्रिल में भाग लेंगे।”
बचाव के लिए मॉक ड्रिल
चीन और अन्य देशों में रिपोर्ट किए गए कोविड मामलों में तेजी को देखते हुए देश में कोरोना से बचाव के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। मंत्रालय ने इस दिशा में सक्रिय कदम उठाने भी शुरू कर दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 दिसंबर को राज्यों को जीनोम सीक्वेंसिंग में वृद्धि करने की सलाह दी थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में 21 दिसंबर को कोविड-19 की स्थिति, निगरानी, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक भी हुई थी।
कोविड अभी खत्म नहीं हुआ
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग की थी। बैठक में पीएम मोदी ने लोगों से मास्क पहनने के साथ-साथ कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने अपील की थी। पीएम ने जीनोम सीक्वेंसिंग और कोविड टेस्टिंग बढ़ाने की बात भी कही थी। उन्होंने लापरवाही पर लोगों को आगाह करते कड़ी निगरानी की सलाह दी थी कि। पीएम ने ये भी कहा था कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है।
पीएम मोदी ने की सराहना
पीएम नरेंद्र मोदी ने मीटिंग में इस बात पर बल दिया था कि हर स्तर पर सभी तरह के कोविड इंफ्रास्ट्रक्चर और मानव संसाधनों को बनाए रखा जाए। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर और मानव संसाधन समेत अस्पताल के बुनियादी ढांचों को तैयार रखने के लिए कोविड स्पेसिफिक सुविधाओं का ऑडिट करने की सलाह दी थी। इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों और बीमार लोगों से बूस्टर डोज लेने की अपील के साथ-साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना योद्धाओं की निस्वार्थ सेवा के लिए सराहना भी की थी।
Compiled: up18 News