आगरा। रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसा आगरा निवासी मेडिकल का एक और छात्र सुरक्षित अपने घर पहुंच गया। जिससे परिजनों में खुशी का माहौल है तो वहीं उन्होंने सरकार का आभार जताते हुए धन्यवाद किया है। छात्र यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। युद्ध में फंसने के दौरान छात्र ने सरकार से वतन वापसी की मदद मांगी थी।
यूक्रेन और रूस के बीच बीते कई दिनों से भीषण युद्ध जारी है। यूक्रेन के कई शहरों पर रूस द्वारा बमबारी की गई है। शहरों के कई हिस्से बमबारी से ध्वस्त हो गए हैं। लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे हैं तो कई लोगों की जान भी जा चुकी है। वही युद्ध के दौरान वहां पढ़ाई करने वाले कई देशों के छात्र फंसे हुए हैं। जिन्हें सुरक्षित निकाला जा रहा है।तो वही पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत गांव राटौटी निवासी किसान ब्रज मोहन परमार का इकलौता पुत्र अरविंद परमार पुत्र उम्र करीब 25 वर्ष सन 2017 में एमबीबीएस मेडिकल की पढ़ाई करने भारत से यूक्रेन के शहर चेरनीविस्टी के बुकोविनिन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में गया था। जहां वह यूक्रेन में रहकर अपनी 5वी वर्ष की एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर यूक्रेन के शहरों में फंसे छात्रों में डर और दहशत का माहौल है। जिसे लेकर छात्र अरविंद के परिजनों ने भारत सरकार को चिट्ठी प्रार्थना पत्र भेजकर छात्र को सुरक्षित वापस घर लाने की गुहार लगाई थी। जहां मंगलवार को यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में निवास करने वाले भारत के छात्रों सहित अन्य देशों के सैकड़ों मेडिकल छात्रों में डर और दहशत का माहौल था मार्केट पूरी तरह बंद है खाने पीने की व्यवस्था भी पूरी तरह से खराब है।
अरविंद के मुताबिक अपने देश घर वापस घोषणा होने के बाद उन्होंने भारतीय एंबेसी से संपर्क साधा और अपना प्रार्थना पत्र दिया। उसके बाद मंगलवार को दोपहर बाद यूनिवर्सिटी की बस द्वारा छात्रों को रोमानिया बॉर्डर पहुंचाया गया। वहां बॉर्डर क्रॉस पार करने के लिए काफी समय लगा कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद भारतीय एंबेसी के लोगों ने रिसीव कर रोमानिया के बचरेस्ट एयरपोर्ट पहुंचाया गया। एयरपोर्ट पर काफी संख्या में भारत आने वालों की भीड़ जमा थी। नंबर आने के बाद एयरपोर्ट से वह भारतीय जहाज फ्लाइट द्वारा दिल्ली के लिए रवाना हुए। मंगलवार की रात 11:00 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे जहां सरकारी प्रशासन द्वारा अलग-अलग प्रदेशों के छात्रों लोगों को खाना पीना खिलाने के बाद वाहनों से घर भेज दिया गया।
बुधवार को सुबह घर पहुंचे अपने लाडले को देखकर परिजन खुश हो गए। अपने पुत्र को देखकर मां गुड्डी देवी एवं पिता बृजमोहन दादा पूरन सिंह एवं दादी पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। परिवार के लोगों ने एक छात्र के गले में फूल माला पहनाकर स्वागत सम्मान किया। यूक्रेन के हालातों को बयान करते हुए छात्र अरविंद कुमार भावुक हो गया। छात्र का कहना था कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के हालात बहुत ही खराब हैं। लगातार बमबारी हो रही है। रूस के फाइटर जेट मिसाइल द्वारा लगातार शहरों पर हमले कर रहे हैं। जिससे लोग डरे सहमे हुए हैं। शहर पूरी तरह से बंद है। ज्यादातर बाहर जाने की अनुमति नहीं है। हालात कुछ भी हो सकते हैं कब कहां बम फट जाए गोलीबारी हो जाए कुछ पता नहीं है। कई शहरों में लोग मेट्रो स्टेशनों एवं बंकरों में कैद होकर फंसे हुए हैं। लोग परिवार बच्चों के साथ खाने-पीने तक के लिए परेशान हैं। वहां की सरकार द्वारा मेट्रो स्टेशन में ट्रेन द्वारा सुरक्षित शहरों के लिए निकल जाने के लिए एडवाइजरी सलाह जारी की गई। मगर हालात क्या हो सकते हैं जिसे लेकर कोई आगे नहीं जा सकता है। लोग डरे हुए हैं और मदद की गुहार भी लगा रहे हैं। यूक्रेन के कई शहरों में यूनिवर्सिटीयों में भारत के हजारों छात्र अभी फंसे हुए हैं।
छात्र अरविंद कुमार का कहना है कि वह भारत सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त कर रहे हैं। जिसके कारण वह सुरक्षित आपने गांव घर पहुंचे जहां वह अपने परिजनों से मिलकर बहुत ही खुश हैं। उन्होंने भारत सरकार से यूक्रेन देश के कई शहरों में फंसे हुए छात्रों को जल्द वहां से निकालने की अपील की है।
यूक्रेन में हजारों फंसे छात्र
यूक्रेन से भारत अपने घर गांव राटौटी पहुंचे एमबीबीएस के छात्र अरविंद परमार ने बताया कि यूक्रेन रूस युद्ध के दौरान हालात यूक्रेन में बहुत खराब है। लोग डरे हुए हैं। हजारों भारतीय छात्र कई शहरों में फंसे हैं। युद्ध क्षेत्र से बाहर शेरों के छात्र लोगों को भारतीय सरकार एंबैसी द्वारा निकाला जा रहा है। देश के पश्चिमी हिस्सों के शहरों से लोग घर वापस कर रहे हैं। युद्ध क्षेत्र के आसपास के शहरों में कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा न ही कोई निकल पा रहा है। वह लोग शहरों के बंकरों में दिन और रात गुजार रहे हैं। यूक्रेन के शहर कीव, खार्कीव, ओडेशा, इवानो में लगातार रूस के फाइटर प्लेनों द्वारा बमबारी गोलीबारी जारी है। हालात बहुत खराब हैं। उनके साथ यूक्रेन से यूनिवर्सिटी में करीब 400 छात्र यूक्रेन से भारत वापस आए हैं।
रिपोर्टर- नीरज परिहार