गौतमबुद्ध नगर। जिले में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) अभियान के दौरान मतदाता सूची सत्यापन में लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी मेधा रूपम सख्त रुख अपनाए हुए हैं। डीएम के निर्देश पर 60 बीएलओ और 7 सुपरवाइजरों के खिलाफ उदासीनता, कार्य में देरी और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के आरोप में अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
जिला प्रशासन द्वारा 04 नवंबर से 04 दिसंबर 2025 तक मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान को चलाया जा रहा है। इस दौरान सभी मतदाताओं का सत्यापन और गणना प्रपत्र भरना अनिवार्य किया गया है। इसके बावजूद कई बीएलओ और सुपरवाइजर निर्धारित कार्य पूरा करने में लापरवाह पाए गए।
प्रशासन ने पहले ही नोटिस जारी करने, वेतन रोकने की चेतावनी देने और कई मामलों में अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के बावजूद सुधार न होने पर अब कठोर कदम उठाया है।
दादरी में सबसे बड़ी कार्रवाई
डीएम के आदेश पर सबसे बड़ी कार्रवाई दादरी क्षेत्र में हुई, जहां उप जिलाधिकारी सदर/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने इकोटेक-वन थाना क्षेत्र में 32 बीएलओ और 1 सुपरवाइजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
नोएडा और जेवर में भी मामला दर्ज
नोएडा में 11 बीएलओ और 6 सुपरवाइजरों के विरुद्ध दादरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं जेवर में उप जिलाधिकारी के निर्देश पर 17 बीएलओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया।
जिला प्रशासन का कहना है कि मतदाता सूची लोकतंत्र की मूल आधारशिला है और सत्यापन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, बार-बार चेतावनी देने के बाद भी सुधार न होने पर ही यह कार्रवाई की गई है।
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