छापेमारी में मिला संदिग्ध सामान
छापेमारी में एनआईए ने कई डिजिटल डिवाइस और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। बरामद की गईं डिजिटल डिवाइस और दस्तावेजों की जांच की जा रही है। एनआईए का मानना है कि आरोपी, माओवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया करा रहे थे। इन माओवादियों ने भारत सरकार के खिलाफ लड़ाई छेड़ी हुई है, जिसे लोगों की लड़ाई बताते हैं। माओवादियों ने हाल के सालों में आतंकी घटनाओं में आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
माओवादियों को की जा रही थी हथियारों की सप्लाई
एनआईए को आशंका है कि सुरक्षाबलों के खिलाफ लड़ने के लिए माओवादियों को हथियार सप्लाई किए जा रहे थे। यह जब्ती जून में तेलंगाना के कोठागुडेम के चेरला मंडल में हुई थी। एनआईए ने इस मामले में 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिनमें से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। एनआईए ने बताया कि जब्त किए गए सामान से देशी हथियार बनाए जा रहे थे, जिनकी सप्लाई माओवादियों को की जा रही थी।
Compiled: up18 News