फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आज पेरिस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की मेजबानी करने जा रहे हैं. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार क्राउन प्रिंस के दौरे को लेकर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आलोचकों के निशाने पर हैं. आलोचकों का कहना है कि सऊदी एजेंटों के हाथों जमाल खाशोगी की हत्या के चार साल भी नहीं बीते हैं और ऐसे में क्राउन प्रिंस को फ्रांस आने की दावत देना ग़ैरवाजिब है.
मैक्रों और मोहम्मद बिन सलमान की मुलाकात को सऊदी अरब के ‘डि-फैक्टो रूलर’ (वास्तविक सत्ता) के अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर स्वीकार्यता बढ़ने के ताज़ा कदम के रूप में देखा जा रहा है. हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइ़डन ने अपनी सऊदी अरब यात्रा के दौरान क्राउन प्रिंस से मुलाकात की थी.
माना जा रहा है कि दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान एनर्जी सप्लाई और ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर चर्चा हो सकती है. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से यूरोप में एनर्जी सप्लाई का मुद्दा चिंता का सबब बना हुआ है और ईरान के साथ सऊदी अरब की पुरानी अदावत रही है.
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ग्रीस की यात्रा के बाद फ्रांस पहुंचे हैं. इस यात्रा पर एमनेस्टी इंटरनेशनल के महासचिव एग्नेस कालामार्ड ने कहा, “मुझे इस दौरे को लेकर गंभीर रूप से परेशानी है क्योंकि हमारी दुनिया का इसके लिए क्या मतलब है और जमाल खाशोगी और उनके जैसे लोगों को इससे क्या संदेश जाएगा.”
-एजेंसी