उत्तर प्रदेश के देवरिया में बुधवार को सीबीआई (CBI) की टीम ने बड़ौदा यूपी बैंक कंचनपुर के शाखा प्रबंधक और चपरासी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पांच सदस्यों वाली टीम ने आरोपियों को अपने साथ गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देवरिया के तरकुलवा थाना क्षेत्र के मिशरौली गांव के निवासी महेश कुमार शर्मा ने अपने गांव के चौराहे पर खाद बीज की दुकान खोल रखी है। महेश शर्मा ने बड़ौदा उत्तर प्रदेश बैंक में खाद बीज की दुकान के लिए पांच लाख का लोन के लिए दिसंबर 2022 में बैंक में आवेदन किया था।
इसके बाद बैंक मैनेजर नवनीत मिश्रा तथा बैंक के चपरासी मुकेश उर्फ राहुल गौड़ ने बारह हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद शिकायतकर्ता महेश शर्मा ने पांच जनवरी को लखनऊ की सीबीआई टीम को फोन पर शिकायत की।
जिसके बाद सीबीआई (CBI) की टीम बुधवार की दोपहर महेश शर्मा के साथ बैंक जा पहुंची। महेश ने ज्योंही बैंक के चपरासी के हाथ में रुपए दिए सीबीआई टीम ने बैंक मैनेजर नवनीत मिश्रा तथा चपरासी को रिश्वत के साथ रंगों गिरफ्तार कर लिया।
महेश शर्मा ने बताया कि साल 2022 दिसंबर में उन्होंने पांच लाख की सीसी लोन के लिए बड़ौदा यूपी बैंक में आवेदन किया था। बैंक मैनेजर तथा चपरासी के द्वारा बार बार कागजों को लेकर दौड़ाया जा रहा था। अंत में बैंक मैनेजर के कहने पर चपरासी ने बारह हजार रुपए रिश्वत की मांग की। फिर उन्होंने पांच जनवरी को लखनऊ सीबीआई (CBI) से शिकायत की।
महेश ने बताया कि इसके बाद सीबीआई (CBI) की टीम ने उन्हें सारी बातें समझा दी। फिर उन्होंने बैंक मैनेजर से रिश्वत देने की बात को स्वीकार कर लिया। एक दिन पहले उनका लोन स्वीकृत कर मुझसे दस हजार रिश्वत ले लिया। शेष दो हजार रुपए आज मैने देने की बात कही थी। इसके बाद आज पांच सौ रुपए केमिकल लगे नोट सीबीआई (CBI) ने मुझे देने के लिए दिया था। वो मेरे साथ बैंक गए और रिश्वत देते समय सीबीआई की टीम ने बैंक मैनेजर और चपरासी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
-up18 News
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