आगरा: दस साल की अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसीप्रिया कंगुजम शनिवार को एक बार फिर ताज के पार्श्व में पहुंची। यमुना किनारे का नजारा पूरी तरह से बदला हुआ नजारा देख लिसीप्रिया काफी प्रसन्न नजर आईं। उन्होंने कहा कि विश्व धरोहरों को साफ रखना हमारी जिम्मेदारी है। ताज का यह पार्श्व दृश्य अभी के लिए नहीं, बल्कि हमेशा के लिए साफ-सुथरा दिखना चाहिए।
बता दें 20 जून को पहली बार आगरा आई लिसीप्रिया ने ताजमहल के पार्श्व में खड़े होकर ट्विटर पर एक फोटो साझा किया था, जिसमें ताजमहल के आगे नदी किनारे प्लास्टिक कचरा बिखरा पड़ा था। यह पोस्ट वायरल होने के बाद कमिश्नर अमित गुप्ता ने प्रशासन व नगर निगम से जवाब-तलब किया। जिसके बाद नगर निगम ने प्लास्टिक के कचरे और एक बार प्रयोग में आने वाली पॉलिथीन के खिलाफ 29 जून से इसी जगह से महाअभियान शुरू किया था।
यह दिया संदेश
लिसीप्रिया कंगुजम ने कहा कि ‘पहले से अच्छा है, लेकिन हमेशा ऐसे ही सफाई करते रहेंगे, तो और भी अच्छा हो जाएगा और मुझे भी अच्छा लगेगा। ताजमहल तो महज एक उदाहरण है। सभी विश्व धरोहरों को साफ रखना चाहिए, जिससे वे और भी अच्छे दिख सकेंगे।’ लिसीप्रिया कंगुजम ने कहा कि’ हमें अपनी आदतों में सुधार लाने की जरूरत है, जिससे हमारी पृथ्वी और भी सुंदर बन सके। सभी के लिए मेरा यहीं संदेश है।’
ट्वीट से मचा था हड़कंप
उत्तर भारत में जन्मी दिल्ली में रहने वाली लिसीप्रिया 20 जून को पहली बार आगरा आई थीं। ताजमहल देखने के बाद पार्श्व में यमुना किनारा गई। जहां उन्हें प्लास्टिक कचरा फैला मिला। इसका फोटो 21 जून को उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट किया। जिसके बाद यह मामला दुनियाभर में सुर्खियों में आ गया। दो दिन तक प्रशासन और निगम सोता रहा। मामला सुर्खियों में आने के बाद कमिश्नर अमित गुप्ता ने नगरायुक्त निखिल टी. फुंडे से इस संबंध में जवाब तलब किया गया।
यहां भी सफाई एजेंसी के अधिकारियों ने गुमराह करने का प्रयास करते हुए लिसीप्रिया द्वारा पोस्ट फोटो को 26 मई का बताया, जबकि वह पहली बार 20 जून को आगरा आई थीं। इसके बाद कमिश्नर ने एजेंसी के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए। वहीं इसके बाद प्लास्टिक कचरे और एक बार प्रयोग में आने वाली पॉलिथीन के खिलाफ नगर निगम ने 29 जून से महाअभियान शुरू किया। 3 जुलाई तक चलने वाले अभियान की शुरुआत ताजमहल के पीछे दशहरा घाट से की गई।