आगरा में बड़ा हादसा, यमुना में नहाने गई एक ही परिवार की चार लड़कियों की डूबने से मौत, दो की हालत गंभीर

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आगरा। जिले में मंगलवार की सुबह हुए एक बड़े हादसे में यमुना नदी में नहाने गईं छह बालिकाएं डूब गईं। इनमें से दो बालिकाओं को बचा लिया गया, अन्य चार को नहीं बचाया जा सका। यह हादसा थाना सिकंदरा क्षेत्र के ग्राम नगला नाथू में हुआ। मृत बालिकाओं की आयु 12 से 17 साल के बीच बताई गई है। सभी एक ही परिवार के भाइयों की संतानें थीं। मृतकाओं में तीन सगी और एक चचेरी बहन थी।

स्थानीय गोताखोरों ने उन्हें नदी से निकाला। बचाई गई दो बालिकाओं की हालत गंभीर है, उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे के बाद न केवल एक घर, बल्कि पूरा गांव शोक और सन्नाटे की चपेट में है।

बताया गया है कि थाना सिकंदरा के गांव नगला नाथू की 7-8 बालिकाएं सुबह 10 बजे के करीब यमुना नदी में नहाने पहुंच गईं। यह गांव नदी से बमुश्किल आठ सौ मीटर दूर है। उन्होंने इसके बारे में अपने घर वालों को नहीं बताया था। बालिकाओं ने नदी किनारे मोबाइल फोन से रीलें भी बनाई। नदी में नहाने के दौरान लड़कियां गहरे पानी में डूबने लगीं, तो कुछ बच्चे बचाओ-बचाओ चिल्लाए। इस पर थोड़ी दूर स्थित खेतों मे काम कर रहे किसान नदी की ओर दौड़ पड़े। खबर गांव पहुंची, तो बदहवास लोग यमुना नदी की ओर भागे।

गांव के ही कुछ गोताखोरों ने अन्य ग्रामीणों के साथ डूब रही लड़कियों को बचाने की भरपूर कोशिश की। काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने उन्हें बाहर निकाला, तब तक चार बालिकाओं की सांसें थम चुकी थीं। मृत किशोरियां एक ही परिवार के भाइयों की बेटियां थीं और आपस में चचेरी बहनें थीं।

सूचना पर जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एडीशनल पुलिस आयुक्त राम बदन सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। जिन दो बालिकाओं को बचाया गया, उन्हें प्रभा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। गांव का रास्ता ठीक न होने के कारण एंबुलेंस घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी। जिस कारण गांव के ही लोगों को निजी बाइक से बच्चियों को अस्पताल ले जाना पड़ा। मृत बालिकाओं के शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

अपर पुलिस आयुक्त राम बदन सिंह ने बताया आधा दर्जन बच्चियों डूबी थीं। दो को निकाल लिया गया है। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कच्चा रास्ता होने के कारण राहत और बचाव कार्य में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

गांव में पसरा सन्नाटा, हर आंख नम

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पहचान की प्रक्रिया जारी है। इस हादसे के बाद सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि पूरा गांव शोक की चपेट में है। हर गली, हर कोना खामोश है, जैसे कोई कह रहा हो कि बेटियाँ अब नहीं लौटेंगी।