नई दिल्ली। यूपी विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सपा को दोहरे चरित्र वाला करार देते हुए आरोप लगाया कि पार्टी अन्य भाषाओं के मुकाबले उर्दू को अधिक महत्व देती है। इसके जवाब में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मौलाना बनना अच्छा है और योगी बनना भी अच्छा है, लेकिन खराब योगी बनना ठीक नहीं है।
मिली जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव ने योगी सरकार के कामों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने छात्रों के लिए लैपटॉप बांटे थे, और वह गारंटी देते हैं कि जो लैपटॉप उनकी सरकार ने दिए थे, वे आज भी काम कर रहे होंगे। अखिलेश ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में भी करीब 200 छात्र ऐसे होंगे, जिन्हें उनकी सरकार ने लैपटॉप दिए थे।
सपा अध्यक्ष ने पुलिस की मजबूती और टेक्नोलॉजी के उपयोग के बारे में भी बयान दिया। उन्होंने बताया कि डायल 100 जैसी सेवाएं उनकी सरकार के दौरान शुरू की गई थीं। साथ ही, अखिलेश ने कन्या योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने बेटियों के लिए कई योजनाएं शुरू की थीं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी भाषा या पढ़ाई के खिलाफ नहीं है, और वे तकनीकी उन्नति के समर्थक हैं। वहीं, वर्तमान सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि उसे यह तक नहीं पता कि कौन सा रास्ता अपनाना है।
2027 के चुनाव में इंडिया गठबंधन रहेगा और कांग्रेस को साथ लेकर चुनाव लड़ेंगे
2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी का कांग्रेस के साथ कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि समाजवादी पार्टी हमेशा इंडिया गठबंधन को मजबूत करेगी और अगले चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी। अखिलेश ने यह भी कहा कि चुनावों में गठबंधन इस आधार पर होगा कि किस सीट पर किसकी जीतने की संभावना अधिक है।
अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट को लेकर भी निराशा जताई। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने कुंभ मेले पर सारा पैसा खर्च कर दिया तो किसान को क्या मिलेगा? उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि योगी सरकार किसान के लिए क्या उम्मीदें दिखाएगी, क्योंकि सिर्फ झूठ बोला जा रहा है। अखिलेश ने कुंभ मेले के पानी की गुणवत्ता पर भी तंज किया, और कहा कि NGT ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कुंभ में नहाने का पानी गंदा है और वह सुरक्षित नहीं है।
महाकुंभ में नारी के मान-सम्मान की रक्षा करने में भाजपा सरकार विफल रही
अखिलेश यादव ने कहा कि ये एक अति अशोभनीय एवं संवेदनशील मामला है कि महाकुंभ में नारी के मान-सम्मान की रक्षा करने में भाजपा सरकार विफल रही है। महाकुंभ में पुण्य कमाने आई स्त्री शक्ति की तस्वीरों के सरेआम बेचे जाने के समाचार पर श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है। नारी की गरिमा की सुरक्षा करना सरकार का कर्तव्य है, क्या सरकार इस ऑनलाइन बिक्री से जीएसटी कमाकर इस गोरखधंधे की हिस्सेदारी नहीं बन रही है। उप्र एवं राष्ट्रीय महिला आयोग तुंरत संज्ञान लेकर सक्रिय हो और समस्त उत्तरदायी लोगों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई हो। घोर निंदनीय!
-साभार सहित