कुछ ही दिन पहले उपेंद्र कुशवाहा ने एक भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि जेडीयू में टूट होगी। उपेंद्र कुशवाहा से पहले ये बात प्रशांत किशोर भी कह चुके हैं। हाल में पार्टी छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने वाले रणवीर नंदन ने कहा कि जेडीयू में कुछ भी बचा नहीं है। आरसीपी सिंह पहले ही कह चुके हैं कि जेडीयू एक डूबती हुई नाव है। अब इस सूची में दलित नेता ललन पासवान का नाम शामिल हो गया है।
जेडीयू छोड़ने वाले ललन पासवान ने कहा है कि जेडीयू अपने मूल सिद्धांतों से भटक गई है। उन्होंने कहा कि शंकर बिगहा, बाथे, बथानी, नारायणपुर, जहानाबाद, सेनारी और मियापुर में दलितों का खून बह रहा था। नरसंहार हो रहा था। उस वक्त जॉर्ज फर्नाडिंस और अटल बिहारी वाजपेयी ने नीतीश कुमार को आगे किया। उसके बाद इनके माध्यम से लालू यादव को सत्ता से बेदखल किया गया। तब से मैं इस पार्टी से नहीं जुड़ने के बाद भी दलितों के सवाल पर हमेशा लड़ते रहा। मुझे लगा कि जेडीयू लोहिया, कर्पूरी और जय प्रकाश के सिद्धांतों पर चलेगी। सत्ता पर बैठने के बाद नीतीश कुमार का विचारों और सत्ता की कार्यवाही में कोई तालमेल नहीं रहा।
दलितों को बांट रहे नीतीश: ललन पासवान
ललन पासवान ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि 2009 के बाद नीतीश कुमार ने दलितों और महादलितों को बांट दिया। पासवान को अलग कर दिया और बाकी दलितों को अलग कर दिया। भारत के संविधान के खिलाफ इन्होंने काम किया। नीतीश कुमार की ताकत नहीं है कि दलितों और महादलितों को बांटकर देश में नया संविधान बना दें। बिहार में इन्होंने दलितों को बांट दिया। अब नकली रथ घूमा रहे हैं दलितों के नाम पर। सात साल के बाद बिहार में साढ़े चार लाख लोगों को प्रमोशन दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण को फ्रीज कर दिया गया है बिहार में। सुप्रीम कोर्ट का गाइडलाइन है कि आप प्रमोशन में आरक्षण तय करके दे सकते हैं। साढ़े चार लाख को मिला और अनुसूचित जाति और दलितों को नहीं मिला। इससे बड़ा कलंक हमारे लिए कुछ नहीं हो सकता।
बिहार में पासवानों की हत्या
ललन पासवान ने कहा कि बिहार में पासवानों की लगातार हत्या हो रही है। अमित बिगहा में युवक की हत्या हुई। खुशरूपुर में दलित महिला को नंगा करके घुमाया गया। गया और जहानाबाद में लगातार हत्या हो रही है। मतलब वही राज बिहार में दोबारा आ गया है। अब नरसंहार की जगह हत्या ने ले लिया है। शासन से नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो गया है। जेडीयू को ललन सिंह ने लालू यादव के यहां गिरवी रख दिया है।
उन्होंने लालू यादव और नीतीश कुमार के रिश्ते को लेकर बड़ा खुलासा किया। ललन पासवान ने कहा कि अब लालू यादव इन दिनों नीतीश कुमार के यहां नहीं आते हैं। नीतीश कुमार हमेशा लालू यादव के यहां जाते हैं। नीतीश कुमार लाचार हैं। एक दिन पहले भी ललन सिंह लालू यादव के यहां गए थे। लालू यादव के यहां यानी की दस नंबर सर्कुलर रोड से जेडीयू और बिहार सरकार दोनों का संचालन हो रहा है।
सत्ता के लिए लाचार नीतीश: ललन पासवान
ललन पासवान का आरोप है कि नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री बनने के लिए जो लाचारी हो, वो सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं। लालू यादव के यहां से सरकार चल रही है और दलित आदिवासियों की हत्या हो रही है। नीतीश कुमार को समझना मुश्किल है। जॉर्ज साहब को जब नीतीश कुमार गर्दनिया देकर निकाल सकते हैं। सिर्फ सड़क बना देने से अच्छा नहीं होगा। मेरे इलाके में दो सौ गांव में बिजली नहीं है। कैसे आप कहेंगे कि विकास की किरण सब जगह पहुंच गई है। सोलर मिला है। पूरी तरह फेल है। कहीं नहीं जलता है। लालटेन के लिए अब तेल भी नहीं मिला है। जन वितरण प्रणाली में। 70 फीसदी आदिवासी हमारे इलाके में पहाड़ पर रहते हैं। तीन पंचायत चेनारी विधानसभा क्षेत्र का पूरी तरह अविकसित है। नीतीश कुमार के आश्वासन के बाद भी इस इलाके में बिजली नहीं गई।
नीतीश कुमार काटते हैं: ललन पासवान
ललन पासवान ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2009 के बाद नीतीश कुमार का सत्ता से इकबाल खत्म हो गया। मैं आरएलएसपी से एमएलए बना 2015 में। मैं 17 हजार वोटों से चुनाव जीतकर आया। नीतीश कुमार ने मुझे हराने के लिए सात मीटिंग किए थे। दोबारा इनके साथ आए तो हम हार गए। ललन पासवान ने कहा कि ललन सिंह ने जेडीयू को राजद के पास गिरवी रख दिया है। जेडीयू मैनेजरों की पार्टी बन गई है। कॉरपोरेट कल्चर पार्टी में आ गया है। जेडीयू में जो आवाज उठाएगा। अधिकार की बात करेगा। मुख्यमंत्री के सवाल पर कोई चर्चा करेगा। उसकी राजनीति चिव्हा काट ली जाएगी और सर कलम कर दिया जाएगा। नीतीश कुमार और ललन सिंह कम थोड़े हैं। नीतीश कुमार जी कम नहीं हैं। नीतीश कुमार बोलते नहीं हैं, काटते हैं वो पता भी नहीं चलता। जहां पर मेरा विचार मिलेगा, उसी पार्टी में जाएंगे। समाजवाद का सूरज डूब गया है। लोहिया को भूला दिया गया है। लोहिया, कर्पूरी के विचारों को बीजेपी फॉलो कर रही है। उनलोगों ने अति-पिछड़ा को प्रधानमंत्री बना दिया। ये लोग अति पिछड़ा और दलित को देखकर भड़क जा रहे हैं।
Compiled: up18 News