उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद केदारनाथ यात्रा दो दिन के लिए रोक दी गई है। राज्य में 48 घंटे के लिए भारी बारिश का अलर्ट है। इसके चलते एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की 60 टीमें तैनात की गई हैं।केदारनाथ धाम में फंसे 4000 यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए आज दूसरे दिन रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है।
भारी बारिश के कारण हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग और नैनीताल में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि केदारनाथ में बादल फटने से पैदल रूट पर लिनचोली और भीमबली के पास 4000 से ज्यादा लोग फंसे हैं। इन्हें निकालने के लिए 5 हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।
केदारनाथ रूट में फंसे यात्रियों को बचाने के लिए एसडीआरएफ तैनात की गई है। मुनकटिया से 450 लोगों को सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचाया गया। बाकी लोगों के रेस्क्यू के लिए चिनूक और एमआई-17 हेलिकॉप्टर भेजे जा रहे हैं।
रुद्रप्रयाग के आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके राजवार के मुताबिक गौरीकुंड से शुरू होने वाला 16 किलोमीटर लंबा केदारनाथ ट्रैक घोड़ा पड़ाव, लिनचोली, बड़ी लिनचोली और भीमबली में क्षतिग्रस्त हो गया है। रामबाड़ा के पास दो पुल भी कल रात बह गए। राज्य सरकार ने केदारनाथ में फंसे लोगों को निकालने के लिए वायुसेना की मदद ली है।
केदारघाटी में उपजे इन हालात के कारण नेटवर्क की समस्या रहने व केदारनाथ यात्रा पर आए लोगों के परिजनों का आपस में सम्पर्क न होने के कारण पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने यात्रियों व आम-जनमानस की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किए हैं।
रुद्रप्रयाग पुलिस के कंट्रोल रूम के नम्बर 7579257572 व पुलिस कार्यालय में व्यवस्थित लैंडलाइन नम्बर 01364-233387 को हेल्पलाइन नम्बर के तौर पर शुरू किया गया है। इन नम्बरों के व्यस्त रहने पर आपातकालीन नम्बर 112 पर काॅल करके आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
Compiled by up18News
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