पाकिस्तान में जब ईद मनाई जा रही है, तब अचानक उसकी आर्थिक राजधानी कराची में भिखारियों की बाढ़ आ गई है। यह भिखारी प्रोफेशनल हैं और हर आयुवर्ग के हैं। कराची की बाजारों, मुख्य सड़कों, ट्रैफिक सिग्नल, शॉपिंग मॉल और मस्जिदों में इकट्ठा हो गए हैं। पाकिस्तान में लगातार ईंधन और खानेपीने की चीजों के दाम में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। आसमान छूती महंगाई ने पाकिस्तान के लिए एक बड़ा आर्थिक संकट पैदा कर दिया है। भिखारियों को ट्रैफिक सिग्नलों पर घूमते, मस्जिद और शॉपिंग मॉल के बाहर भी मांगते देखा जा सकता है।
द न्यूज इंटरनेशनल अखबार ने कराची के अतिरिक्त महानिरीक्षक इमरान याकूब मिन्हास के हवाले से कहा कि लगभग 3 लाख से 4 लाख पेशेवर भिखारी रमजान के महीने में ईद के मौके पर पैसा कमाने के लिए शहर में आते हैं। मिन्हास ने कहा कि भिखारी और अपराधी कराची को एक प्रमुख बाजार के तौर पर देखते हैं। वे महानगर में आकर जुट जाते है। उन्होंने आगे बताया कि कराची में आने वाले ये अपराधी सिंध, बलूचिस्तान और देश के अन्य हिस्सों से आते हैं।
सऊदी जाते हैं भिखारी
उन्होंने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘हम पारंपरिक तरीके से अपराधों का पता नहीं लगा सकते।’ उन्होंने अधिकारियों से प्रांतीय राजधानी में अपराधियों का पता लगाने और उन पर नजर रखने के लिए कैमरा लगाने का आग्रह किया है। कुछ महीने पहले तीर्थयात्री बनकर दर्जनों पाकिस्तानी भिखारी सऊदी जा रहे थे, जिन्हें प्लेन से उतार दिया गया था। पाकिस्तान के भिखारी तीर्थयात्रा के नाम पर खाड़ी के देशों में जाते हैं। सऊदी में मुस्लिमों के सबसे पवित्र स्थल पर भी वह भीख मांगते हैं।
कराची में बढ़ रहा क्राइम
प्रवासी पाकिस्तानी सचिव जीशान खानजादा ने पिछले साल कहा था कि ज्यादातर लोग उमरा वीजा पर सऊदी अरब जाते हैं और फिर भीख मांगने से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होते हैं। मक्का की मस्जिद से गिरफ्तार किए जाने वाले ज्यादातर जेबकते पाकिस्तानी नागरिक हैं।
कराची की बात करें तो यहां रमजान के महीने में स्ट्रीट क्राइम की घटनाओं में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई। जबकि जनवरी 2024 से लूट का विरोध करने पर 55 लोगों की जान गई। जियो न्यूज के मुताबिक रमजान के महीने में कराची में 6,780 आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया गया। 20 वाहन छीन लिए गए और 130 से ज्यादा चोरी हुए।
-एजेंसी