कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने बुधवार रात हार्डवेयर कारोबारी को डरा धमकाकर 5.30 लाख रुपये लूट लिए। मामले में दोषी पाए गए स्वॉट टीम में तैनात दरोगा यतीश कुमार, हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे और सचेंडी थाने में तैनात दरोगा रोहित सिंह पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।
देर रात पुलिस कमिश्नर ने तीनों को निलंबित करने के साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। कानपुर देहात के सिकंदरा निवासी सत्यम शर्मा हार्डवेयर कारोबारी हैं। सत्यम शर्मा ने बताया कि बुधवार को वह निजी काम से शहर आए हुए थे।
देर शाम वापसी के वक्त दीपू चौहान ढाबे के पास तीन पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। दो सादे कपड़ों और एक वर्दी पहने हुए था। आरोप है पुलिसकर्मियों ने उन्हें डरा धमका कर चेकिंग के बहाने पास में रखे 5.30 लाख रुपये लूट लिए। इसके बाद कारोबारी ने घटना की जानकारी इंस्पेक्टर सचेेंडी प्रद्युम्न सिंह को दी।
इंस्पेक्टर ने जब मामले की जांच शुरू की तो आरोप सही पाए गए। आरोपी पुलिसकर्मियों की पहचान डीसीपी जोन कार्यालय में स्वॉट टीम में तैनात दरोगा यतीश कुमार, हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे और सचेंडी थाने में तैनात दरोगा रोहित सिंह के रूप में हुई।
सचेंडी थाने में डीसीपी पश्चिम विजय ढुल के आदेश पर कारोबारी की तहरीर पर लूट, धमकी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मियों के पास से लूट के रुपये भी बरामद कर लिए हैं। शुक्रवार को उन्हें जेल भेजा जाएगा।