लखनऊ: अयोध्या में राम लला के मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता कामेश्वर चौपाल का बीमारी के बाद निधन हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौपाल के निधन पर दुख व्यक्त किया है। राम मंदिर ट्रस्ट के मीडिया सेंटर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार चौपाल ने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली। मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि पटना के रहने वाले चौपाल लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य एवं 9 नवम्बर 1989 को आयोजित ऐतिहासिक शिलान्यास समारोह में पूज्य संत गण की उपस्थिति में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की प्रथम शिला रखने वाले परम राम भक्त श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
उनका पूरा जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित रहा। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!
कौन हैं कामेश्वर चौपाल?
कामेश्वर चौपाल का जन्म 24 अप्रैल 1956 को बिहार के सहरसा जिले के वर्तमान सुपौल जिले के कमरैल गांव में हुआ था. वे एक प्रमुख समाजसेवी और नेता थे जिन्होंने अपने जीवन को सामाजिक और धार्मिक कार्यों में समर्पित किया. कामेश्वर चौपाल ने वनवासी कल्याण केन्द्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, विद्यार्थी परिषद जैसे संगठनों के साथ मिलकर समाज सेवा में अपना बहुमूल्य योगदान दिया. राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने 1991 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से की। उसी वर्ष, वे रोसड़ा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े। इसके बाद, उन्होंने 1995 और 2000 में बखरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, हालांकि वह चुनावी मैदान में विजयी नहीं हो सके.
7 मई, 2002 को कामेश्वर चौपाल ने बिहार विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण की और 2014 तक विधान परिषद के सदस्य रहे। उनके योगदान और समाज के प्रति समर्पण को लेकर उन्हें व्यापक सम्मान प्राप्त था। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है.
राम मंदिर की पहली ईंट रखी थी
राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, कामेश्वर चौपाल ने नौ नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम शिलान्यास समारोह में पहली ईंट रखी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें ‘प्रथम कारसेवक’ की उपाधि से सम्मानित किया था। विश्व हिंदू परिषद ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से की गयी पोस्ट में कहा, ‘विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, बिहार प्रांत के माननीय अध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि के तीर्थ क्षेत्र के न्यासी, दो बार के सांसद व श्री रामलला के मंदिर की प्रथम ईंट रखने वाले श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन बेहद दुखद और स्तब्ध करने वाला है।’
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