भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वो आतंकवादी हमलों के लिए उसकी ज़मीन का इस्तेमाल होने से रोके और साथ ही मुंबई और पठानकोट हमलों के साजशिकर्ताओं को सज़ा दिलाए.
पाकिस्तान से ये मांग भारत और अमेरिका के बीच हुई ‘टू प्लस टू वार्ता’ के बाद जारी संयुक्त बयान में की गई है.
इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशकंर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उनके अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन और लॉयड ऑस्टिन शामिल हुए.
भारत और अमेरिका का ये संयुक्त बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही पाकिस्तान में इमरान ख़ान की जगह शहबाज़ शरीफ़ नए प्रधानमंत्री बने हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार संयुक्त बयान में कहा गया है, “बैठक के दौरान मंत्रियों ने पाकिस्तान से मांग की है कि वो तत्काल ऐसे स्थायी कदम उठाए जिससे उसकी धरती का इस्तेमाल किसी भी आतंकवादी हमले के लिए न हो.”
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इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सोमवार को वर्चुअल बैठक भी हुई. जो बाइडन जब पीएम मोदी से बात कर रहे थे तो वॉशिंगटन में उनके साथ भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन व रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी मौजूद थे. भारतीय विदेश और रक्षा मंत्री अमेरिका 2+2 बैठक में शामिल होने गए हैं.
भारत और अमेरिका के बीच 2+2 की यह चौथी वार्षिक बैठक थी. यह बैठक तब हो रही थी, जब यूक्रेन पर रूस के हमले का दूसरा महीना चल रहा है.
राष्ट्रपति बाइडन और पीएम मोदी की वर्चुअल बैठक को अमेरिकी मीडिया में भी ख़ासी तवज्जो मिली है.
अमेरिका के प्रमुख अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि राष्ट्रपति बाइडन ने सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि रूसी तेल और गैस पर भारत अपनी निर्भरता ना बढ़ाए. अमेरिका चाहता है कि यूक्रेन पर राष्ट्रपति पुतिन के हमले के कारण रूस पर आर्थिक दबाव बना रहना चाहिए.
राजनाथ सिंह ने शहबाज़ शरीफ़ को शुभकामनाओं के साथ दी एक सलाह
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ को पद संभालने पर मुबारकबाद के साथ ही एक सलाह भी दी है.
एएनआई से बातचीत में राजनाथ सिंह, “मैं सिर्फ़ ये कहना चाहता हूँ कि वे आतंकवाद पर लगाम कसें. उन्हें शुभकामनाएं.”
बाइडन से पीएम मोदी की इन मुद्दों पर हुई बात
राष्ट्रपति जो बाइ़डन ने कहा कि यूक्रेन में रूस के युद्ध के ‘अस्थिर’ करने वाले प्रभावों से निपटने के लिए भारत और अमेरिका लगातार एक-दूसरे से बातचीत और परामर्श जारी रखेंगे.
बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल मीटिंग के दौरान ये बात कही. इस बैठक में पीएम मोदी ने एक बार फिर से ये कहा कि यूक्रेन के युद्ध को रोकने के लिए व्लादिमीर पुतिन और उनके यूक्रेनी समकक्ष वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की के बीच सीधी वार्ता होनी चाहिए.
पीएम मोदी ने बैठक शुरू करने से पहले कहा, “हमें उम्मीद है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी वार्ता से शांति आएगी.”
इस दौरान पीएम मोदी यूक्रेन और रूस के राष्ट्रपतियों से फ़ोन पर हुई बातचीत का भी ज़िक्र किया.
बाइडन ने भारत और अमेरिका के बीच मज़बूत रक्षा सहयोग पर बात की. उन्होंने कहा कि दोनों देश यूक्रेन में रूस के युद्ध के अस्थिरता लाने वाले प्रभावों से निपटने के उपायों पर चर्चा करना जारी रखेंगे.
पीएम मोदी ने कहा, “आज हमारी वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन में स्थिति चिंताजनक है. कुछ सप्ताह पहले तक 20 हज़ार से ज़्यादा भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे थे.” प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में रूस के हमले की चपेट में आकर मरने वाले एक भारतीय छात्र का भी ज़िक्र किया.
पीएम मोदी ने कहा, “मैं सिर्फ़ शांति स्थापित करने की अपील नहीं कर रहा बल्कि मेरा सुझाव है कि राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति से सीधे बात करनी चाहिए. यूक्रेन के मसले पर हमारी संसद में भी विस्तार से चर्चा हुई है.”
-एजेंसियां
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