पीलिया (Jaundice) एक आम बीमारी है, जो लीवर की खराबी से जुड़ी है। यूनानी चिकित्सीय पद्धति में पीलिया को यरकान (Yarqaan) कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें खून में अधिक मात्रा में बिलीरुबिन (Bilirubin) बनने लगता है। बिलीरुबिन लाल रक्त कोशिकाओं यानी रेड ब्लड सेल्स (RBC) से हीमोग्लोबिन के टूटने से बनने वाला एक यौगिक है।
पीलिया क्या है?
इस बीमारी को पीलिया इसलिए कहा जाता है क्योंकि खून में बिलीरुबिन ज्यादा बढ़ जाने से त्वचा, श्लेष्मा झिल्ली और आंखों का सफेद हिस्सा पीला नजर आने लगता है। ऐसा माना जाता है कि जब लीवर में कुछ खराबी आती है और वो अपना काम सही तरह नहीं कर पाता है, तो बिलीरुबिन बढ़ने लगता है।
पीलिया का इलाज क्यों जरूरी है?
खून में बिलीरुबिन की ज्यादा मात्रा बढ़ने यानी गंभीर पीलिया लीवर की विफलता का कारण बन सकता है क्योंकि बिलीरुबिन का निर्माण अत्यंत विषैला होता है। खून में बिलीरुबिन की मात्रा 2mg/dl तक नहीं पहुंचनी चाहिए।
पीलिया का यूनानी इलाज
यूनानी चिकित्सा पद्धति के अनुसार लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसका कामकाज शरीर को पोषण देना है। यूनानी में इसे चार हिस्सों में विभाजित किया गया है जोकि बांध (संगुइन), बलघम (कफ), सफरा (पीला पित्त) और सौदा (काला पित्त) हैं। प्रत्येक का अपना सामान्य स्वभाव होता है। हास्य की गुणवत्ता और मात्रा में गड़बड़ी के कारण पीलिया सहित लीवर के रोग होते हैं। नेशनल हेल्थ पोर्टल ऑफ इंडिया (NHP) के अनुसार कुछ यूनानी एकल दवाओं के साथ कुछ सामान्य घरेलू तरीके पीलिया को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
टमाटर का रस
एक गिलास टमाटर के रस में चुटकी भर नमक और काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से पीलिया रोग में बहुत ही असरदार घरेलू उपचार होता है।
मूली के पत्ते
मूली के कुछ पत्ते लेकर छलनी की सहायता से उसका रस निकाल लें। निकाले गए रस का लगभग आधा लीटर प्रतिदिन सेवन करें, लगभग दस दिनों में रोगी को रोग से मुक्ति मिल जाएगी।
पपीते के पत्ते
एक चम्मच पपीते के पत्तों के पेस्ट में एक चम्मच शहद मिलाएं। इसे लगभग एक या दो सप्ताह तक नियमित रूप से खाएं। यह पीलिया का बहुत ही असरदार घरेलू इलाज है।
गन्ने का रस
गन्ना उचित पाचन और लीवर के बेहतर कामकाज में मदद करता है, जिससे रोगी को पीलिया (यरकान) से जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है। एक गिलास गन्ने का रस लें और इसमें थोड़ा सा नीबू का रस मिलाएं। बेहतर परिणाम के लिए इस जूस को दिन में दो बार पियें। गन्ने का रस निकालने से पहले गन्ने को अच्छी तरह से साफ कर लें।
तुलसी के पत्ते
लगभग 10-15 तुलसी के पत्ते लें और उसका पेस्ट बना लें। इसमें आधा गिलास ताजा तैयार मूली का रस मिलाएं। बेहतर परिणाम के लिए इस तैयारी को लगभग दो से तीन सप्ताह तक रोजाना पियें।
आंवला/करौंदा
आंवला विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है और यरकान (पीलिया) के लक्षणों को कम करने में बहुत उपयोगी है। इसके लिए आप रोजाना सुबह आंवला जूस ले सकते हैं या फिर काले नमक के साथ चबा सकते हैं।
जौ
एक कप जौ के पानी को लगभग तीन लीटर पानी में उबालें और इसे लगभग तीन घंटे तक उबलने दें। यरकान (पीलिया) से जल्दी ठीक होने के लिए इस पानी को दिन भर में जितनी बार हो सके पियें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
-एजेंसी
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