इटली ने चीन के BRI प्रोजेक्ट से खुद को अलग करके राष्ट्रपति शी जिनपिंग को करारा झटका दिया है। उधर जिनपिंग ने दावा किया है कि उनका देश पाकिस्तान को अपना पूरा समर्थन देता रहेगा, फिर चाहे दुनिया का परिदृश्य भले ही बदल जाए। उन्होंने कहा कि चीन हमेशा पूरी दृढ़ता के साथ पाकिस्तान के साथ खड़ा रहेगा।
शी जिनपिंग ने बीआरआई के तहत बन रहे चाइना पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर के 10 साल पूरे होने पर बधाई संदेश दिया है। सीपीईसी के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए चीन के उप प्रधानमंत्री हे लीफेंग भी पहुंचे हैं। इस दौरान एक बार फिर से सीपीईसी परियोजना को गति देने पर सहमति बनी है जो इमरान खान के कार्यकाल में ठंडे बस्ते में चली गई थी।
चीन के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय रिश्ते पर कहा कि दोनों ही देश अपनी प्लानिंग में सुधार लाएंगे और सहयोग को और ज्यादा मजबूत करेंगे। शी ने कहा कि सीपीईसी उनके बेल्ट एंड रोड परियोजना का बेहद अहम प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर सीपीईसी को और ज्यादा मजबूत बनाएगा जिससे यह बीआरआई का ऐसा प्रोजेक्ट बन जाएगा जो दुनिया के लिए उदाहरण होगा। जिनपिंग ने कहा कि साल 2013 में लॉन्च किए जाने के बाद चीन और पाकिस्तान व्यापक विचार विमर्श के बाद आगे बढ़ रहे हैं। इसमें काफी शुरुआती सफलता भी मिली है।
जिनपिंग ने दावा किया कि सीपीईसी की वजह से पाकिस्तान का आर्थिक और सामाजिक विकास हुआ है। यही नहीं क्षेत्रीय कनेक्टविटी और एकजुटता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान एकजुट होकर काम करेंगे और सुरक्षा तथा विकास के मुद्दे पर एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। इसके जरिए दोनों देशों के रणनीतिक रिश्ते को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। दोनों देश शांति और समृद्धि की दिशा में योगदान देंगे। चीनी राष्ट्रपति का सुरक्षा सहयोग का इशारा एक तरह से भारत को लेकर था जो दोनों ही देशों के निशाने पर है।
Compiled: up18 News