मिशन आदित्य के जरिए 5 साल तक सूरज का अध्ययन करेंगे इसरो के वैज्ञानिक

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रघुनंदन कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “आदित्य-एल1 मिशन चार महीने में 15 लाख किलोमीटर लंबी यात्रा तय करेगा. एक प्वाइंट पर पहुंचने के बाद हम सात उपकरणों की मदद से अगले पांच साल तक सूरज के बारे में अध्ययन करेंगे.”

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूर्य के अध्ययन के लिए ‘आदित्य एल-1’ उपग्रह दो सितंबर 2023, सुबह 11:50 बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्च करेगा. सूर्य के अध्ययन के लिए ये भारत का पहला अंतरिक्ष अभियान है.

बीते दिनों इसरो ने इस पर बयान जारी करते हुए कहा था- आदित्य एल-1 सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष आधारित भारतीय मिशन होगा. अंतरिक्ष यान को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैग्रेंज बिंदु 1 (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में भेजा जाएगा, जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर है. अंतरिक्ष यान सात पेलोड्स लेकर जाएगा जो फ़ोटोस्फ़ेयर, क्रोमोस्फ़ेयर और सूर्य की सबसे बाहरी परत का अध्ययन करेंगे.

Compiled: up18 News