असम में बीते कुछ दिनों से आतंकियों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इस कड़ी में पुलिस ने आतंक को बढ़ावा देने वाले कई मदरसों पर बुलडोजर पर चलवाया है। साथ ही सरकार ने एक पोर्टल भी बनाया है, जिसपर राज्य में चलने वाले मदरसों की सभी डिटेल्स अपलोड की जाएगी।
अब असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि इस्लामी समाज के नेता राज्य के मदरसों की मॉनिटरिंग करेंगे। वो इस बात पर नजर रखेंगे कि मदरसों में राष्ट्रविरोधी और आतंक को बढ़ावा देने का कोई काम न हो।
रविवार को एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए असम डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि इस्लामी समाज के नेता मदरसों की मॉनिटरिंग करेंगे। इन लोगों ने यह स्वीकार किया है कि राज्य में कई मदरसों सही से संचालित नहीं किया जा रहे हैं। मदरसों से जुड़ी डिटेल्स सरकार द्वारा बनाए गए पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।
17 बांगालदेशी नागरिकों को किया गया गिरफ्तार
असम डीजीपी ने आगे बताया कि भारतीय वीजा नियम को तोड़ने के आरोप में 17 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी बाघमारी इलाके से गिरफ्तार किए गए। डीजीपी ने बताया कि पकड़े गए सभी बांग्लादेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे लेकिन भारत में धार्मिक उपदेश दिया करते थे। इससे पहले असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने राज्य भर के विभिन्न इस्लामी संगठनों से मुलाकात कर मदरसों की देखरेख में उनका समर्थन मांगा था।
धार्मिक शिक्षकों के वेश में राज्य विरोधी गतविधियों में शामिल
तब डीजीपी ने कहा कि हम राज्य भर में इस्लामी संगठनों से मिले और उनसे मदद मांगी। उनके सहयोग के बिना, हम राज्य में अल-कायदा और एबीटी मॉड्यूल का भंडाफोड़ नहीं कर सकते। हमने उनसे अपना समर्थन और सहयोग देने का आग्रह किया और उन्होंने हमें अपने समर्थन का आश्वासन भी दिया है। डीजीपी ने बताया कि हमें जानकारी मिली है कि कुछ आतंकवादी धार्मिक शिक्षकों के वेश में राज्य में घुस आए थे और चुपचाप अपनी विध्वंसक और राज्य विरोधी गतिविधियों में आगे बढ़ गए थे।
-एजेंसी