आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने सोमवार को अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में रूसी दूतावास के बाहर हुए आत्मघाती बम धमाके की ज़िम्मेदारी ली है. इस धमाके में रूस के दो राजनयिकों सहित कई लोगों की मौत हो गई थी.
मेसेजिंग ऐप टेलीग्राम के ज़रिए अफ़ग़ानिस्तान में इस्लामिक स्टेट ख़ोरासन ने संदेश जारी किया. संगठन ने दावा किया है कि उसके एक लड़ाके ने दूतावास के गेट पर ख़ुद को बम से उड़ा लिया. धमाके के समय वहां कई रूसी कर्मचारी थे और कई लोग वीज़ा के लिए कतार में खड़े थे.
इस्लामिक स्टेट की ओर से जारी संदेश के अनुसार इस धमाके में कुल 25 लोग घायल हुए या मारे गए हैं. मरने वालों में कम से कम दो रूस के कर्मचारी थे. हताहतों में तालिबान के सदस्य भी थे, जो दूतावास की सुरक्षा में लगे थे.
आतंकी संगठन ने आत्मघाती हमलावर का नाम ‘वक़ास अल-मुहाजिर’ बताया है और उसकी नक़ाब पहने तस्वीर भी जारी की है.
पिछले हमलों की तरह ही एक बार फिर से आईएस ने हाई-प्रोफ़ाइल इलाके में हमला किया है. ये हमला ऐसे समय हुआ है जब कुछ दिन पहले ही तालिबान ने रूस सहित अन्य देशों से इस्लामिक स्टेट के ख़तरे से बेफ़िक्र होकर अफ़ग़ानिस्तान में काम करने को कहा था.
अगस्त 2021 में अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के बाद से किसी विदेशी दूतावास पर ये पहला हमला है. तालिबान ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और रूसी कर्मियों की मौत पर शोक ज़ाहिर किया है.
अफ़ग़ानिस्तान की पुलिस का कहना है कि हमले के समय वहां वीज़ा लेने आए चार अफ़ग़ानों की भी जान गई है.
-एजेंसी