फटाफट क्रिकेट के इस दौर में लगभग हर देश में टी20 लीग का आयोजन किया जाने लगा है। भारत में होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग IPL के अलावा ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग BBL, वेस्टइंडीज में होने वाले कैरेबियन प्रीमियर लीग और पाकिस्तान की पीएसएल आदि शामिल है। ऐसा ही एक टी20 लीग संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की इंटरनेशनल लीग (आईएल टी20) शुरू होने जा रही है, जिसने बीबीएल के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।
आईएल टी20 ने ऑस्ट्रेलिया के 15 टॉप खिलाड़ियों को बिग बैश लीग (बीबीएल) से हटने और उनकी लीग में खेलने के लिए 700000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 3.82 करोड़ रुपये) की पेशकश की है, जिससे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) चिंतित है। इन दोनों लीग का आयोजन एक ही समय में होना है।
बता दें कि बीबीएल का नया सीजन इस साल 13 दिसंबर से शुरू होकर चार फरवरी के बीच खेला जाएगा जबकि आईएल टी20 का पहला टूर्नामेंट छह जनवरी से 12 फरवरी के बीच खेला जाना है। इससे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए दोनों लीग में शामिल होना नामुमकिन है।
‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार कम से कम 15 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को बिग बैश लीग से हटने और यूएई की लीग में खेलने के लिए सात लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की पेशकश की गई है।
ऑस्ट्रेलिया के टॉप खिलाड़ियों के मौजूदा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार किसी भी खिलाड़ी को बीबीएल में खेलने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। डेविड वॉर्नर 2014 में इस लीग में नहीं खेले थे। बीबीएल का अब तक का सबसे अधिक भुगतान डार्सी शॉर्ट को 258,000 अमेरिकी डॉलर (370,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर) किया गया।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को जो भुगतान किया गया है, उसकी तुलना में यह रकम काफी कम है लेकिन आईपीएल लीग के मालिकों ने यूएई और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की टी20 लीग में भी निवेश किया है और ऐसे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को बीबीएल के लिए अपने भुगतान ढांचे में बदलाव करने की जरूरत होगी।
समाचार पत्र के अनुसार ‘यूएई लीग में खिलाड़ियों को मोटी रकम की पेशकश की गई है जो कि बीबीएल से बहुत अधिक है जिससे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स संघ दबाव में हैं।’
-एजेंसी