मौनी अमावस्या दिन (29 जनवरी) को प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मचने से 30 लोगों की मौत हुई तो 60 से अधिक घायल हो गए। जिसके बाद विपक्ष और संत समाज ने महाकुंभ में सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इस बीच महाकुंभ का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक पुलिसकर्मी ने श्रद्धालुओं के लिए बन रहे खाने में राख और मिट्टी डालते हुए नजर आ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाकुंभ के श्रद्धालुओं की लिए सोरांव थाना क्षेत्र के मलाक चतुरी गांव मुख्य मार्ग स्थित मीना पटेल अस्पताल के सामने स्थानीय लोगों ने प्रसाद वितरण की योजना बनाई थी। गांव निवासी आनंद द्विवेदी के अनुसार, महाकुंभ में स्नान के बाद वापस लौटने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुरुवार सुबह से ही सड़क किनारे प्रसाद बनाने काम शुरू किया गया। इस दौरान प्रसाद बनने के दौरान पुलिस आई और उनसे इसे हटाने को कहा गया। लेकिन, प्रसाद भट्टी पर चढ़े होने के कारण इसे हटाने में देरी हो रही थी। तभी पुलिस आयी और प्रसाद में राख और मिट्टी डाल दी। प्रसाद खराब होने पर स्थानीय लोगों में पुलिस के इस व्यवहार को लेकर काफी नाराजगी दिखी।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पुलिसकर्मी खाना बनाने वाले एक बर्तन में मिट्टी और राख़ लेकर आता है और खाने में मिट्टी डाल देता है। जिससे पूरा खाना खराब हो जाता है। प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस घटना का वीडियो एक्स पोस्ट में शेयर करते हुए लिखा, “ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग महाकुंभ में फँसे लोगों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर रहे है उनके सद्प्रयासों के ऊपर राजनीतिक विद्वेषवश मिट्टी डाल दी जा रही है। जनता संज्ञान ले!”
हालांकि, श्रद्धालुओं के लिए बनाए जा रहे खाने में राख और मिट्टी डालने पर सोरांव थाना प्रभारी बृजेश तिवारी को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया है। कुलदीप सिंह गुनावत, पुलिस उपायुक्त, गंगापार ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद सोरांव थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच भी खोल दी गई है। वहीं, जब तक नए प्रभारी का नाम सामने नहीं आता है, तब तक थाने का चार्ज कार्यवाहक एसएचओ के पास रहेगा।
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