भारत निकट भविष्य में कार्बन न्यूट्रल एयरपोर्ट बनाने की दिशा में काम कर रहा है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया-कार्बन न्यूट्रल एयरपोर्ट से भारत अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में एक जिम्मेदार देश के रूप में उभरकर सामने आएगा।
जिस तरह से कोविड महामारी के बाद सभी प्रोटोकाल का पालन करते हुए भारत के विमानन उद्योग ने वापसी की है, वह हमारी प्रतिबद्धता दिखाता है। एक मजबूत और व्यापक योजना के तहत हमें भरोसा है कि हम विमानन के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेंगे।
क्या है कार्बन न्यूट्रल
कार्बन न्यूट्रल का अर्थ है कि एयरपोर्ट पर विभिन्न गतिविधियों में जितना कार्बन उत्सर्जन होता है, उतने कार्बन अवशोषण की व्यवस्था भी हो। सिंधिया ने कनाडा-इंडिया बिजनेस काउंसिल की तरफ से आयोजित परिचर्चा में हिस्सा लिया और भारत में विमानन के क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते नागरिक विमानन बाजार में से एक है।
पांच और शहरों के लिए हिंडन से शुरू होंगी उड़ानें
कर्नाटक के हुबली और कलबुर्गी के बाद हिंडन एयरपोर्ट से पांच और शहरों के लिए जल्द ही उड़ानें शुरू हो सकेंगीं। एयरपोर्ट अथारिटी ने विमान सेवा प्रदाता कंपनियों को शिमला, पठानकोट, लुधियाना, बठिंडा और श्रीगंगानगर को सेवा देने के लिए आमंत्रित किया है। उम्मीद है कि 2022 के अंत तक सभी पांच शहरों के लिए उड़ानें शुरू हो सकेंगीं। 2019 से शुरू हुए हिंडन एयरपोर्ट से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के लिए पहली उड़ान शुरू की गई थी। इसके बाद हुबली और कलबुर्गी के लिए सेवा संचालित की गई।
पिथौरागढ़ के लिए सेवा बंद कर दी गई
हालांकि 2020 में कोविड महामारी की शुरुआत होने के दौरान पिथौरागढ़ के लिए सेवा बंद कर दी गई। बाद में पिथौरागढ़ के लिए सेवा दे रही विमान कंपनी ने इसे पूरी तरह बंद कर दिया। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के अधिकारियों के अनुसार पांचों स्थानों के लिए सेवा देने के लिए कई एयरलाइंस कंपनियों से बात की जा रही है। उन्हें आमंत्रित किया गया है। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया के पूरा होने में करीब छह माह का समय लगेगा। ऐसे में साल के अंत तक लोगों को पांचों शहरों के लिए हिंडन से फ्लाइट मिल सकेगी।
-एजेंसियां