भारत को बुधवार को मिलेगा अपना पहला ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट C-295

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-यह विमान 844 मीटर के रनवे से उड़ान भर सकता है जबकि लैंड करने के लिए सिर्फ 420 मीटर लंबे रनवे की जरूरत पड़ती है।

– इस विमान में हवा में रिफ्यूलिंग की सुविधा है और यह लगाातर 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है।

-C-295 पहाड़ी इलाकों के लिए पूरी तरह कारगर है।

-शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग क्षमता के साथ नौ टन तक पेलोड या 71 सैनिकों को ले जाया जा सकता है।

– C-295 एक मीडियम टैक्टिकल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है।

– इस विमान का इस्तेमाल मिस्र, कनाडा, पोलैंड और स्पेन जैसे देश कर रहे हैं।

– 56 विमानों में से पहले 16 विमान स्पेन और बाकी भारत में बनाए जाएंगे।

– भारत में इसे टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड बनाएगी।

– दूसरे कार्गो विमान की तरह इसमें चार या पांच क्रू मेंबर्स की जरूरत नहीं पड़ती।

-यह विमान अधिकतम 9250 किलोग्राम तक वजन उठाकर उड़ सकता है।

-इस विमान में दो इंजन हैं यह 482 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है।

-सी-295 एक इंजन के सहारे 13 हजार 533 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है और दोनों इंजन काम करे तो यह 30 हजार फीट की ऊंचाई तक

गुजरात में टाटा-एयरबस प्रोजेक्‍ट के तहत पहला सी-295 सैन्य परिवहन विमान तैयार होते ही भारत एलीट देशों की लिस्‍ट में शामिल हो जाएगा। अभी अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, चीन, स्‍पेन जैसे 11 देशों के पास यह क्षमता है।

सी-295 को सैन्य और राहत कामों के लिए काफी भरोसेमंद विमान माना जाता है। एक बार में 71 सैनिकों के ले जाने के साथ ही इस विमान की मदद से उन इलाकों में रसद पहुंचाई जा सकती है। जहां भारी विमान नहीं उतर सकते। युद्ध की स्थिति में यह विमान तेजी एक जगह से दूसरे जगह तक सैनिकों को पहुंचा सकता है। राहत और बचाव के साथ ही घायल सैनिकों को निकालने के लिए मुश्किल ऑपरेशन में यह विमान काफी कारगर होगा। मुश्किल ऑपरेशन को आसानी से पूरा किया जा सकता है।

Compiled: up18 News


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