नार्थ इंडिया में ‘बिना चप्पल और थप्पड़’ के बच्चों की परवरिश नहीं होती: आयुष्मान खुराना

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आयुष्मान ने हाल ही में एक इन्टरव्यू दिया, जिसमें उनसे कई तरह के सवाल पूछे गए। एक सवाल के जवाब में वह अपने बचपन के दिनों का किस्सा बताते हुए कहते हैं कि उनके पिता काफी सख्त रवैये के थे और बचपन में बहुत बुरी तरह पिटाई करते थे। बातचीत के दौरान वह मजाक में कहते है,’ नार्थ में जिसने मां-बाप से थप्पड़ न खाया हो, चप्पल न खाई उसके बिना परवरिश हो ही नहीं सकती है’। और आमतौर पर माता-पिता अपने बच्चों की पिटाई सिर्फ इसलिए करते है क्योंकि वह इसे परवरिश का हिस्सा मानते हैं।

आयुष्मान बातचीत को जारी रखते हुए कहते है कि जब उनके पिता मुंबई आए थे तो उन्होंने किसी से कहा था कि उनका बेटा एक दिन बहुत बड़ा स्टार बनेगा। हलांकि, उस वक्त अभिनेता को इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी लेकिन जब उन्हें इस बात का पता चला तो उनके मन में डर बैठ गया कि अगर वह सफल व्यक्ति न नहीं बन पाए तो क्या होगा।

इंटरव्यू के दौरान उनसे सवाल पूछा गया की उन्हें इंडस्ट्री में कैसे काम मिला और चंडीगढ़ से बॉम्बे आने पर उनके दिमाग में क्या था? इस पर आयुष्मान ने कहा, ‘मेरा भी शाहरुख खान वाला पल हुआ था कि जब मैं आया था मुंबई नया नया, मैंने सोचा था जब तक मुझे कोई काम नहीं मिलेगा तब तक मैं समंदर की तरफ नहीं देखूंगा, मैं बीच पर नहीं जाऊंगा। 3-4 दिन में मुझे एक रेडियो स्टेशन से कॉल आ गया।’

बता दें कि आयुष्मान ‘रोडीज’ 2004 सीजन 2 के विजेता रह चुके है। इस शो को जीतने के बाद उन्हें खूब प्रसिद्धि मिली इतना ही नहीं उन्होंने इसके बाद बतौर रेडियो जॉकी और एंकरिंग करना शुरू किया था। बता दें की पिछले शुक्रवार 2 दिसंबर को आयुष्मान की फिल्म ‘एन एक्शन हीरो’ रिलीज हो चुकी है।

Compiled: up18 News