आगरा। इंटरमीडिएट या स्नातक कर चुके हैं, खुद का स्टार्टअप करना चाहते हैं तो डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में संचालित विवेकानंद इक्युबेशन फाउंडेशन आपके सपने पूरे करेगा। इसमें 10 सीटें हैं। योजना में चयनित होने पर स्टार्टअप के लिए प्रशिक्षण, धनराशि और स्थान मुहैया कराएगा। अभी तक तीन छात्रों ने इसका पंजीकरण कराया है।
फाउंडेशन के नोडल प्रभारी प्रो. वीके सारस्वत ने बताया कि छात्र क्या उद्यम स्थापित करना चाहता है, उसको प्रोजेक्ट बनाकर लाना होता है। चयन होने पर पंजीकरण करते हैं। स्टार्टअप संचालन के लिए केंद्र में ही ऑफिस दिया जाता है। बिजली, वाईफाई सुविधा रहती है। विशेषज्ञ प्रशिक्षण देते हैं।
फाउंडेशन के सीईओ हेमंत वर्मा ने बताया कि योजना स्वीकृत होने पर एक साल तक 17.5 हजार रुपये महीना और 5 लाख रुपये तक का अनुदान मिलता है। देश में पेटेंट के लिए 2 लाख और इंटरनेशनल पेटेंट के लिए 10 लाख रुपये तक मिलेंगे। सीड कैपिटल एंड मार्केटिंग सिस्टम के लिए 7.50 लाख रुपये की सुविधा है। राष्ट्रीय सेमिनार के लिए 50 हजार रुपये और इंटरनेशनल सेमिनार में शामिल होने के लिए 1 लाख रुपये भी मिलते हैं।
मदिया कटरा के अथर्व कुमार ने बताया कि स्टार्टअप इंडिया पोर्टल के जरिये इसकी जानकारी मिली। आगरा में होने से सुविधा मिली और लेबोरेटरी इक्युपमेंट एंड केमिकल ई-मार्केटिंग प्लेस के जरिये पंजीकरण कराया है। यहां कार्य करने के लिए ऑफिस के अलावा अन्य अनुदान भी मिल रहा है।