वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भाजपा के बूथ विजय सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि काशी तो अविनाशी कही जाती है। काशी के लोग जब विश्वनाथ धाम परियोजना को लेकर गर्व का अनुभव कर रहे थे, तो उस समय हमने एक और अनुभव किया। हम सभी ने देखा कि भारत की राजनीति में कुछ लोग किस हद तक नीचे गिर गए हैं। मैं किसी की व्यक्तिगत आलोचना करना पसंद नहीं करता और ना ही किसी की आलोचना करना चाहता हूं लेकिन जब सार्वजनिक रूप से काशी में मेरी मृत्यु की कामना की गई तो वाकई मुझे बहुत आनंद आया, मेरे मन को बहुत सुकून मिला।
हमें लगा कि मेरे घोर विरोधी भी देख रहे हैं कि काशी के लोगों का मुझ पर कितना स्नेह है। मैं यह जान गया कि मेरी मृत्यु तक न काशी के लोग मुझे छोड़ेंगे और न मैं उनकी सेवा करना छोड़ूंगा। बाबा विश्वनाथ के भक्तों की सेवा करते-करते अगर मैं चला जाऊं तो इससे बड़ा सुख और क्या होगा। उन घोर परिवारवादियों को क्या पता कि यह जिंदा शहर बनारस है। यह शहर मुक्ति के रास्ते खोलता है। बनारस अब देश के लिए गरीबी और अपराध से मुक्ति के द्वार खोलेगा।
सपा सरकार आतंकियों से मुकदमे वापस लेती थी
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी में घाटों पर, मंदिरों पर बम विस्फोट होते थे। आतंकवादी बेखौफ थे क्योंकि तब की समाजवादी सरकार उनके साथ थी। सरकार आतंकियों से खुलेआम मुकद्दमे वापस ले रही थी लेकिन काशी कोतवाल बाबा कालभैरव के आगे इनकी चलने वाली थी क्या? त्रिशूल के आगे कोई माफिया, कोई आतंकी कभी टिक सकता है क्या? आज सब अपने ठिकाने पर है और कालजयी काशी देश को दिशा दिखा रही है।
मैंने इस बार लाल किले से कहा है कि 100% लाभार्थियों तक जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचना चाहिए। जब ऐसा होगा तो न तुष्टिकरण की कोई संभावना होगी, न किसी भेदभाव की। इस काम में भाजपा कार्यकर्ताओं की बहुत बड़ी भूमिका है।
मुझे बनारस भेजा और यही का होकर रह गया
प्रधानमंत्री ने कहा कि ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को पार्टी ने बनारस भेजा। बनारस मुझे मिल गया और मैं बनारस का ही होकर रह गया। महादेव और मां गंगा के चरणों में बैठने के साथ काशी की सेवा का पुण्य लाभ पार्टी ने ही दिया है। आज हमें काशी के स्वर्गीय डोम राजा जगदीश चौधरी की कमी महसूस हो रही है। उनका स्नेह ऐसा रहता था कि मैं अभिभूत हो जाता था। घोर परिवारीवादी लोग हमारा मुकाबला नहीं कर सकते हैं। भाजपा संगठन शक्ति और कार्यकर्ताओं के बल पर चलने वाला दल है।
हमें अपना बूथ हर हाल में जीतना है
मोदी ने कहा कि बूथ विजय सम्मेलन से हमें संकल्प लेकर जाना है कि हमें अपना बूथ हर हाल में जीतना है। आप लोग याद रखें कि बस्ते बूथों तक पहुंच जाएं। मतदान के लिए जागरण हो जाएं। कोई ऐसा दरवाजा न हो जिसे हम न खटखटाएं। हमें खुद के साथ ही अन्य लोगों को भी संकल्प दिलाना है कि पहले मतदान और फिर जलपान…। आप लोग काशी के एक-एक घर जाकर मेरा प्रणाम पहुंचाइए। उन सबको कहिए कि मोदी जी तो नहीं आ पाए, लेकिन उनका प्रणाम पहुंचाने आया हूं। जैसे आप लोगन 2014, 2017 और 2019 में साथ देहला वैसे ही 2022 में आप सबके सहयोग मिली।
2017 में भाजपा गठबंधन ने जीती थी सभी सीटें
कार्यक्रम संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री वापस दिल्ली लौट जाएंगे। बता दें कि 2017 के चुनाव में वाराणसी की 8 सीटों में से छह विधानसभा पर भाजपा और दो सीट पर उसके गठबंधन के सहयोगी दल अपना दल (एस) और सुभासपा के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी।
काशी को भूमाफियाओं के हवाले थी
पहले की सरकारों के कार्यकाल में महादेव की काशी को भूमाफिया के हवाले कर यहां लूटपाट की जाती थी। मंदिरों से मूर्तियां चोरी होती थी। यहां बम विस्फोट होते थे। तब की समाजवादी पार्टी की सरकार आतंकियों के मुकदमे वापस ले रही थी। कालजयी काशी आज देश को दिशा दे रही है। कुछ ही दिन पहले मां अन्नूपर्णा की प्रतिमा काशी को आशीर्वाद देने के लिए फिर से स्थापित हो गई है।
-एजेंसी
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