टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 10 विकेट की करारी हार के बाद टीम इंडिया की काफी आलोचना हो रही है। इस बीच टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने चयनकर्ताओं से 2007 के टैंपलेट फॉलो करने और अगले विश्व कप में खराब प्रदर्शन करने वाले सीनियर खिलाड़ियों को नहीं चुनने की बात कही है।
सहवाग ने कहा, “मैं मानसिकता और अन्य सभी चीजों के बारे में बात नहीं करूंगा लेकिन मैं निश्चित रूप से टीम में बदलाव देखना चाहता हूं। मैं अगले विश्व कप में कुछ खास चेहरों को नहीं देखना चाहता।” सहवाग ने यह भी बताया कि कैसे सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज खुद टी 20 विश्व कप से बाहर हो गए थे । तब भारत ने एमएस धोनी की कप्तानी में खिताब जीता था।
सालों तक खेलने वाले दिग्गज विश्व कप में नहीं गए
सहवाग ने कहा, “2007 के टी20 वर्ल्ड कप में भी ऐसा हुआ था। इतने सालों तक खेलने वाले दिग्गज उस विश्व कप में नहीं गए। युवाओं का एक समूह गया और किसी को उनसे कोई उम्मीद नहीं थी और मैं अगले टी20 विश्व कप के लिए उसी तरह की टीम को देखना चाहता हूं, कोई उनसे जीतने की उम्मीद नहीं करेगा, लेकिन वह टीम भविष्य के लिए होगी।”
अभी से सोचेंगे तो दो साल के समय में एक टीम बना पाएंगे
सहवाग ने दिसंबर में कार्यभार संभालने वाले नए चयनकर्ताओं से भी आग्रह किया कि अगले टी 20 विश्व कप के लिए काम करना शुरू कर दें। उन्होंने कहा, “अगर आप अभी अपने भविष्य के बारे में सोचना शुरू करेंगे तो ही आप दो साल के समय में एक टीम बना पाएंगे। मैं अगले विश्व कप में कुछ नॉन-परफॉर्मिंग सीनियर्स को नहीं देखना चाहूंगा। मुझे उम्मीद है कि चयनकर्ता इस तरह के कड़े फैसले लेंगे।”
उसी दृष्टिकोण के साथ उतरेंगे तो नतीजे भी वही होंगे
सहवाग ने यह भी कहा, “समस्या यह है कि क्या ये चयनकर्ता अगले विश्व कप तक बने रहेंगे? एक चयन पैनल होगा, नया प्रबंधन होगा, नया दृष्टिकोण होगा तो क्या वे बदलाव करेंगे? लेकिन एक बात तय है कि अगर वे अगले विश्व कप में उसी टीम और उसी दृष्टिकोण के साथ उतरेंगे तो नतीजे भी वही होंगे।”
-एजेंसी