भारत ने अंतर्राष्ट्रीय अपराधों पर शिकंजा कसने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (9 जनवरी) की सुबह 10:30 बजे भारत मंडपम में ‘भारतपोल’ पोर्टल का उद्घाटन किया। इस पोर्टल को सीबीआई ने तैयार किया है। यह इंटरपोल की तर्ज पर विकसित किया गया है और विदेशों में छिपे मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों पर नजर रखने में मदद करेगा। यह पहल भारत को अपराध मुक्त और सुरक्षित बनाने की दिशा में अहम साबित होगी।
अपराधियों के इंटरनेशनल नेटवर्क पर करेगा वार
भारतपोल राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को इंटरपोल के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय पुलिस से रियल टाइम में जानकारी साझा की जा सकेगी। इसमें सभी राज्य पुलिस और जांच एजेंसियों की भागीदारी होगी। आतंकवाद, साइबर क्राइम, नार्को तस्करी, और मानव तस्करी जैसे अपराधों पर यह पोर्टल कड़ी निगरानी रखेगा। यह न केवल अपराधियों को पकड़ने में मदद करेगा, बल्कि उनके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को भी तोड़ने में कारगर साबित होगा।
क्यों बनाया गया है भारतपोल?
भारतपोल को इंटरनेशनल अपराधियों पर नकेल कसने के मकसद से बनाया गया है। देश में मौजूदा समय में इंटरनेशनल क्रिमिनल्स की संख्या बढ़ रही है। इसके साथ ही अपराधियों के विदेश भागने की प्रवृत्ति ने भारतपोल की आवश्यकता को जन्म दिया। अक्सर अपराधी बैंक फ्रॉड, साइबर क्राइम, और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देकर विदेश भाग जाते हैं। उनके प्रत्यर्पण के लिए अब तक एजेंसियों को सीबीआई से संपर्क करना पड़ता था। इस प्रक्रिया में समय लगता था और खबर लीक होने का खतरा रहता था। भारतपोल इस प्रक्रिया को तेज और सुरक्षित बनाएगा।
पुलिस और एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय
भारतपोल पोर्टल पुलिस और जांच एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत बनाएगा। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस को अब इंटरपोल से जानकारी मांगने या शेयर करने के लिए एक प्लेटफॉर्म मिल जाएगा। यह पोर्टल न सिर्फ अपराधों की जांच तेज करेगा, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय अपराधों के खिलाफ भारत की स्थिति को भी मजबूत करेगा। सीबीआई के निदेशक और सभी राज्यों की पुलिस प्रमुख इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
अमित शाह ने जताया भरोसा
गृह मंत्री अमित शाह ने भारतपोल की शुरुआत करने के बाद कहा कि यह भारत को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। गृह मंत्री ने कहा कि यह पोर्टल देश से भागने वाले अपराधियों को पकड़ने में मदद करेगा। साथ ही, भारत को अपराध मुक्त बनाने का सपना साकार करेगा। यह पहल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की ताकत को बढ़ाएगी। अब अपराधियों के लिए कानून से बचना नामुमकिन होगा।