पिछले कुछ वक्त में सेक्सटॉर्शन के मामले तेजी से बढ़े हैं। यह शब्द नया जरूर लग रहा होगा, लेकिन आपके जानने वाला कोई शख्स इस तरह के अपराध का शिकार हुआ होगा। ऐसे ही मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। राजस्थान में एक पूरा गांव इस तरह के साइबर क्राइम में लगा हुआ है। वहीं साइबर क्राइम को रोकने में लगा पुलिस महकमा पूरी तरह से नाकारा साबित हो रहा है। कारण केंद्र व प्रदेश की सरकारें हिंदू-मुस्लिम व चुनाव में व्यस्त रह रही हैं। ऐसा नहीं है कि पूर्व में राज्यों व जिलों में निकाय चुनाव नहीं होते थे। चुनाव में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सहभागिता न के बराबर होती थी। उन्हें अपने राज्यों में कानून व्यवस्था की चिंता ज्यादा होती थी। परंतु वर्तमान में चक्रवर्ती सम्राट बनने की लालसा ने सबकुछ खत्म कर रख दिया है।
अश्लील व आपत्तिजनक तस्वीरों से ब्लैकमेल करना
दरअसल साइबर धोखेबाज लोगों को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर बातचीत में फंसाते हैं। ज्यादातर मामलों में पुरुषों को टार्गेट करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं कई मामले ऐसे भी हैं जिसमें व्हाट्सऐप्प पर आई अनजान वीडियो कॉल से खेल होता है। इसमें जैसे ही कोई शख्स इनके जाल में फंसता है, कॉल से दूसरे तरफ बैठा शख्स यूजर के आपत्तिजनक वीडियो बना लेता है। कुछ मामलों में यूजर्स की एक तस्वीर से मॉर्फ वीडियो तैयार किया जाता है। फिर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है। स्कैमर्स वीडियो वायरल करने की धमकी देते हैं। अगर कोई पैसे दे भी दे तो ब्लैकमेलिंग का ये दौर खत्म नहीं होता है। बल्कि चलता रहता है। इस पूरे खेल को सेक्सटॉर्शन कहते हैं।
राजस्थान में फैला है सेक्सटॉर्शन का रैकेट
राजस्थान के दत्तवाडी ,लक्ष्मणगढ़ थानाक्षेत्र के गुरु गांव में फैले ‘माया जाल’ की एक वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर ने जांच की और अनवर सुबान खां नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि पूरे गांव में सेक्सटॉर्शन का रैकेट चल रहा, जिसका मास्टमाइंड अनवर है। पुलिस जब इसकी तह में पहुंची तो ज्ञात हुआ कि गांव के ज्यादातर युवक व युवतियां ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन से जुड़े हुए हैं। राजस्थान पुलिस के अनुसार इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर तक पुणे में कुल 1445 केस सामने आए हैं। जिसमें पीड़ितों को ब्लैकमेल किया कर उनसे धन उगाही की गई है।
आकर्षक फोटो का इस्तेमाल कर फंसाते हैं जाल में
इस मामले में साइबर अपराधी पुरुषों को टार्गेट करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल करते हैं। जानकारों की मानें तो इस तरह के मामले में अपराधी इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स पर अपना टार्गेट खोजते हैं और लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए आकर्षक फोटो का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि साइबर पुलिस लगातार लोगों को अनजान वीडियो कॉल्स और इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स पर अनजान लोगों से बातचीत करने से मना करती है। ज्यादातर मामलों में लोग बदमानी के डर से किसी को इस तरह की हुई बातचीत के बारे में नहीं बताते हैं। जिसके चलते पुलिस को भी इन मामलों की जानकारी नहीं हो पाती है। क्योंकि जैसे ही मॉर्फ सेक्स वीडियो में किसी शख्स की तस्वीर आती है वो सबसे पहले कुछ भी करके इससे निकलना चाहता है और इसके लिए वो स्कैमर्स को पैसे भी देने को राजी हो जाता है। इतना ही नहीं कुछ लोग इतना डर जाते हैं कि अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी डिलीट कर देते हैं। स्कैमर्स को लोगों की इस परिस्थिति का पता होता है और वो इसका ही फायदा उठाते हैं।
बचाव का तरीका
ऐसे किसी भी मामले से खुद को बचाने के लिए सावधान रहने की जरूरत है। सबसे पहले किसी भी अनजान वीडियो कॉल्स या प्रोफाइल के चक्कर में फंसना नहीं चाहिए। यदि कोई भी इस तरह के किसी मामले में फंस जाएं, तो सबसे पहले अपने आप को शांत रखे। स्कैमर्स को पैसे देने के चक्कर में ना पड़ें. बल्कि इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दें और ब्लैकमेलिंग के आ रहे कॉल्स का जवाब ना दें, उन्हें ब्लॉक कर दें। सावधानी ही आपको स्कैमर्स से बचा सकती है।
-up18news