SSC JE में सफल सैकड़ों अभियंताओं और उनके अभिभावकों को किया गया सम्मानित
ऑल इंडिया रैंक 12 प्राप्त मुरारी प्रजापति और रैंक 22 के अभिषेक गुप्ता को मंच से मिला विशेष सम्मान
संघर्षों से निकली उजाले की राह, मंच पर छलके आंसू, गूंजी कामयाबी की गूंज
प्रयागराज: कार्यक्रम का सबसे भावुक क्षण तब आया, जब मंच से छात्रों और उनके परिजनों की संघर्ष गाथा साझा की गई। कोई छात्र ऐसा था जिसे उसकी बहन ने पढ़ाया, किसी के पिता फुटपाथ पर फुल्की बेचते हैं, तो किसी के चाचा या बड़े भाई ने मेहनत की कमाई से उसकी फीस भरी, खुद नहीं पढ़ पाए तो ठान लिया कि “भाई को पढ़ा लूं, वही मेरा सपना पूरा करेगा।”
कुछ के पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं, और बच्चों की पढ़ाई के लिए महीने भर की मजदूरी का बड़ा हिस्सा घर भेजते हैं। इन बच्चों की मेहनत और हौसले की चमक सिर्फ उनके चेहरों पर ही नहीं, बल्कि मंच पर खड़े उनके माता-पिता की आंखों से बहते गर्व के आंसुओं में भी दिखाई दी।
कुछ अभिभावक तो मंच पर ही फफक कर रो पड़े, जब उनके बच्चे को इंजीनियर बनते देखा। वर्षों के संघर्ष, भूख, नींद, तनाव और त्याग की तपिश उन आंसुओं में साफ झलक रही थी।
यह केवल एक समारोह नहीं, बल्कि संघर्ष, आत्मबल और पारिवारिक समर्पण की जीवंत गाथा बन गया। इस भावुक पल को देखकर पूरा सभागार कुछ पलों के लिए मौन हो गया और फिर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
” अब हमारा लक्ष्य केवल अपनी नौकरी नहीं, समाज की सेवा भी है” — छात्रों का संकल्प
मंच से कई सफल अभियंताओं ने घोषणा की कि वे अपनी सफलता को सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि न मानते हुए, अपने समाज के असहाय, गरीब, वंचित और पिछड़े वर्गों की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
छात्रों ने यह भी कहा कि वे “अपने परिवार, रिश्तेदारों, भाई-बहनों को पढ़ाएंगे, सहारा देंगे, और एक ऐसा समाज गढ़ेंगे जिसमें कोई बच्चा पढ़ाई से वंचित न रहे।”
” इन बच्चों की सफलता से समाज को नई दिशा मिलेगी” — विधायक हर्षवर्धन बाजपई
इन भावुक क्षणों पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक इंजी. हर्षवर्धन बाजपई ने कहा, “यहां मंच पर ऐसे बच्चे खड़े हैं जिनके परिवारों की हालत सुनकर कोई भी भावुक हो जाए। कुछ के पास ढंग से छत नहीं थी, फिर भी उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। इन बच्चों ने साबित कर दिया कि परिस्थितियां चाहे जैसी भी हों, अगर हौसले बुलंद हों तो कुछ भी असंभव नहीं।”
उन्होंने आगे कहा, “जो काम सरकारों को करना चाहिए, वह कार्य यह संस्था कर रही है — योग्य, जरूरतमंद और परिश्रमी छात्रों को सही मार्गदर्शन देना, यही राष्ट्रनिर्माण की असली नींव है।”
भविष्य की पीढ़ी के लिए आदर्श बन चुके हैं ये बच्चे
इन अभियंताओं की कहानियां न सिर्फ संघर्ष की मिसाल हैं, बल्कि हर छात्र, हर अभिभावक और हर समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।
यह समारोह केवल मेडल या सर्टिफिकेट तक सीमित नहीं था, बल्कि यह था सपनों की पूर्ति, समर्पण की परिणति और सामाजिक पुनरुत्थान की शुरुआत।
मम्फोर्डगंज स्थित माथुर वैश्य सभागार सोमवार को इंजीनियरिंग प्रतिभाओं के सम्मान का साक्षी बना, जहां ‘प्रतिभा प्रणाम समारोह 2025’ का भव्य आयोजन एक्सीलेंट विज़न टेक्निकल एकेडमी प्रयागराज के तत्वावधान में किया गया। इस आयोजन में विभिन्न केंद्रीय व राज्य तकनीकी विभागों में चयनित 114 से अधिक कनिष्ठ अभियंताओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के ‘पॉलीटेक्निक चलो अभियान’ के प्रेरक उद्देश्य के साथ हुआ। इस दौरान SSC JE 2024 परीक्षा में ऑल इंडिया 12वीं रैंक प्राप्त करने वाले मुरारी प्रजापति और 22वीं रैंकधारी अभिषेक गुप्ता को विशेष सम्मान प्रदान किया गया, जिन्हें उपस्थित जनसमूह ने खड़े होकर तालियों से अभिवादन किया।
” युवा तकनीक से देश का भाग्य बदल सकते हैं” — विधायक बाजपई
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रयागराज के लोकप्रिय विधायक इंजी. हर्षवर्धन बाजपई ने अपने उद्बोधन में कहा,
“आज का युवा तकनीकी रूप से दक्ष है और अगर उसे सही दिशा मिले, तो वह राष्ट्र निर्माण की नींव बन सकता है। मैं स्वयं एक इंजीनियर हूं और क्षेत्र की तकनीकी समस्याओं को बारीकी से समझता हूं। पुल-पुलिया, जलनिकासी, सिंचाई—हर स्तर पर हम नई तकनीकों से कार्य कर रहे हैं।”
” प्रयागराज बन रहा शिक्षा और संस्कृति का केंद्र” — महापौर केशवानी
महापौर श्री गणेश केशवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज सिर्फ आस्था ही नहीं, अब शिक्षा और संस्कृति का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने “पॉलीटेक्निक चलो अभियान” की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है।
अभिनंदन सूची: ये हैं वो होनहार जिन पर पैरेंट्स को गर्व है
कार्यक्रम में CPWD, CWC, MES, BRO, UPMRC, NPCIL, BARC, DRDO, CSIR, DDA, SAIL, NHPC, CWPRS, JSSC सहित कई विभागों में चयनित अभियंताओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए सम्मानित किया गया।
प्रमुख चयनित छात्र-छात्राओं में शामिल हैं:
CPWD: मुरारी प्रजापति, अतुल कुमार यादव, पूजा चौधरी, अमित सिंह, यमन कुमार, विशाल वर्मा, अनुज कुमार मौर्य, अभिषेक कुमार गुप्ता, अशिष भारद्वाज, नीरज कुमार, सन्दीप यादव, विशाल यादव, मनीष, सार्थक, अविनव
CWC: दिपांशु सिंह, अमित कुमार तिवारी, पुष्पेन्द्र कुमार, अभिषेक यादव, प्रांजल यादव, सुभाष रावत, विकाश गुप्ता, अच्छेलाल, दयानंद, सिद्धार्थ शेखर, एम.डी. अजीम, परमेश्वर, अनुराग वर्मा, पूजा सिंह, विपुल चौधरी, श्रद्धा चौरसिया आदि
MES: सचिन गुप्ता, सत्यम श्रीवास्तव, अभिषेक कुमार राव, आकाश वर्मा, रामानंद प्रजापति, राजेश वर्मा, सुजीत कुमार
BRO: सूरजभान, सोनू जायसवाल, मुकुल, सिकंदर कुशवाहा, शुब्हम प्रजापति, प्रशांत कुमार, मोहम्मद अज़म, रवि मौर्य, अनुभव यादव, विजय कुमार, अंजेश यादव, मोहित कुमार साहू
UPMRC: सुजीत प्रसाद, सिमरन कुशवाहा, अभिषेक मौर्य, अखिलेश कृष्ण, मनीष पटेल, प्रवीण कुमार, विकाश प्रजापति
अन्य विभागों: विशाल कुमार सिंह, धनजीव पांडेय (BARC), दीपक मौर्य, संदीप प्रजापति (NPCIL), सोनाली श्रीवास्तव, राहुल (SAIL), सचिन बिंद (CWPRS), उत्कर्ष श्रीवास्तव, कुलदीप वर्मा (DDA), पुष्पेंद्र (JSSC) आदि।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। नेहा, अंजू, निशा, अनुराधा निषाद, शिवानी, आरुही सिंह, अंकित मौर्य और रजत गुप्ता ने गुरु-शिष्य परंपरा, मातृभूमि प्रेम और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित गीत, नृत्य और कविता प्रस्तुत की। विधायक हर्षवर्धन बाजपई ने इन प्रस्तुतियों को “भारतीय आत्मा की प्रत्यक्ष झलक” बताया।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री संजय गुप्ता ने कहा, “एक्सीलेंट विज़न केवल शिक्षा नहीं दे रही, यह राष्ट्रनिर्माण की प्रयोगशाला है।”
डॉ. शैलेश पांडेय (राष्ट्रीय प्रशिक्षण अभियान) ने कहा, “ज्ञान वही सार्थक है जो समाज के लिए उपयोगी हो।”
डॉ. जाहिदा खानम, डायरेक्टर, खानम आर्ट गैलरी, प्रयागराज ने कहा कि “शिक्षा के साथ संस्कृति से जुड़ना ही युवाओं को स्थायित्व देता है।”
उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में डॉ. प्रियंका सिंह, प्रफुल्ल सिंह, सत्यम श्रीवास्तव (राजकीय पॉलीटेक्निक), राधेश्याम वर्मा, लक्ष्मी नारायण, निर्भय सिंह, एम.एल. कौशल (एल.डी.सी. टेक्निकल) सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल रहे।
कार्यक्रम का संचालन एम. अरहम सिद्दीकी ने अत्यंत गरिमापूर्ण एवं ओजपूर्ण शैली में किया।
समारोह का समापन संस्था की ओर से आभार ज्ञापन और इस संकल्प के साथ हुआ कि “एक्सीलेंट विज़न टेक्निकल एकेडमी” आने वाले वर्षों में भी तकनीकी शिक्षा और राष्ट्र निर्माण में अपनी अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।