मध्यप्रदेश में शुक्रवार सुबह से शुरु हुई 13 हज़ार सरकारी डाक्टरों की हड़ताल ख़त्म हो गई है. सरकारी डॉक्टरों की मुख्य मांग थी कि सरकार डीऐसीपी (डायनमिक एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन) लागू करें, पुरानी पेंशन बहाल करें और मेडिकल वर्क में अधिकारियों की दखलंदाज़ी ख़त्म की जायें. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाक़ात के बाद इनमें सहमति बनी और हड़ताल ख़त्म कर दी गई.
वहीं सरकार ने फैसला लिया है कि प्रमोशन स्कीम और प्रशासनिक अधिकारियों की दखलअंदाज़ी रोकने के लिए हाई पावर कमेटी का आज ही गठन किया जायेंगा जिसमें 3 डॉक्टर शामिल होंगे और कमेटी 15 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देंगी. हड़ताल की वजह से राजधानी भोपाल में सभी अस्पताल में मरीज़ो को नही देखा जा रहा था.
ज़्यादातर अस्पतालों में मरीज़ो को गेट से ही लौटाया जा रहा था साथ ही इन अस्पतालों में किसी भी तरह का ऑपरेशन और इलाज नही हो रहे थे.
वहीं प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की डयूटी वार्ड में लगाई थी ताकि पहले से एडमिट मरीज़ों को किसी भी तरह की दिक्क़तों का सामना न करना पड़े.
Compiled: up18 News