विज्ञापन दिखाने की आड़ में फर्जीवाड़ा करने वालों पर गूगल ने लिया कड़ा एक्शन

Business

गूगल का कहना है कि नियमों के उल्लंघन की वजह से मैलवेयर और फर्जीवाड़े की बढ़ने की सूचनाएं मिल रही थी, जिसकी जांच के बाद उन गूगल अकाउंट को हटाया गया है, जो नियमों को बायपास करके विज्ञापन जारी कर रहे थे। गूगल की ओर से यह जानकारी उसकी वार्षिक विज्ञापन सुरक्षा रिपोर्ट के हवाले से जारी की गई है।

डीपफेक से बढ़ी चुनौतियां

गूगल का कहना है कि यूजर्स की गोपनीयता और सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। गूगल की घोटाले वाले विज्ञापन के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। गगूल का कहना है कि विज्ञापन डिस्प्ले करने के नाम पर यूजर्स को डीपफेक जैसी नई रणनीति का इस्तेमाल करके धोखा दिया जा रहा है। कुछ वक्त पहले सचिन तेंदुलकार का डीपफेक वीडियो बनाकर ऐड बनाया गया था, जिसे लेकर गूगल सतर्क हो गया है। ऐसा ही डर लोकसभा चुनाव को लेकर हो रहा है, जहां डीपफेक का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।

चुनावी ऐड का हो रहा वेरिफिकेशन

गूगल चुनाव को पारदर्शी बनाने की दिशा में काम कर रहा है। यही वजह है कि उसने 2023 में 5,000 से ज्यादा चुनावी ऐड का वेरिफिकेशन किया है और 7.3 मिलियन से ज्यादा चुनावी ऐड को हटा दिया है, जिन्होंने वेरिफिकेशन पूरा नहीं किया था। गूगल का कहना है कि एआई की वजह से विज्ञापन का वेरिफिकेशन काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है।

-एजेंसी


Discover more from Up18 News

Subscribe to get the latest posts sent to your email.