मोबाइल इस्तेमाल में एक बड़ी समस्‍या है घोस्ट टच, इन तरीकों से पा सकते है निजात

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मोबाइल चार्जर

ऐसा ज़्यादातर तब होता है जब मोबाइल चार्जिंग पर लगा होता है। अगर चार्जर कंपनी का नहीं है यानी साधारण चार्जर या ख़राब केबल इस्तेमाल कर रहे हैं तो इस वजह से मोबाइल में दिक़्क़त आ सकती है। दरअसल होता ये है कि ये चार्जर और केबल डिजिटाइज़र की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं। डिजिटाइज़र वह सेंसर है जो टच इनपुट का पता लगाता है। अगर चार्जिंग के समय मोबाइल का सिस्टम काम नहीं करता है तो चार्जर या केबल बदलना ही सही होगा। किसी और चार्जर से मोबाइल चार्ज करके देखें।

स्क्रीन गंदी रहना

किसी भी गतिविधि के लिए मोबाइल डिस्प्ले का सीधा संपर्क उंगली से होना चाहिए। उंगली से स्क्रीन पर धूल या गंदगी जम सकती है जिससे टच ठीक से काम नहीं कर पाता। इसलिए मोबाइल स्क्रीन को साफ़ रखें और इसकी हफ्ते में एक बार सफ़ाई ज़रूर करें। इसके लिए पहले मोबाइल को बंद (स्विच ऑफ) करें। फिर साफ़, मुलायम और नमी लिए हुए कपड़े से स्क्रीन साफ़ करें। फिर सूखे कपड़े से साफ़ कर लें। फोन केस को भी निकालकर साफ़ करके लगाएं।

स्क्रीन का प्रोटेक्टर

मोबाइल स्क्रीन और स्क्रीन गार्ड या टेम्पर्ड ग्लास के बीच धूल आने से भी टच में समस्या आ सकती है। स्क्रीन प्रोटेक्टर को हटाएं और स्क्रीन अच्छी तरह से साफ़ करें। फिर नया स्क्रीन प्रोटेक्टर लगवाएं। प्रोटेक्टर सही गुणवत्ता वाला ही चुनें क्योंकि इससे भी मोबाइल के टच पर फ़र्क़ पड़ता है। जो प्रोटेक्टर ख़राब गुणवत्ता वाली सामग्री से बने होते हैं वो मोबाइल स्क्रीन को बचाने के बजाय इसकी स्पर्श संवेदनशीलता को प्रभावित करते हैं। स्क्रीन या प्रोटेक्टर चटकने या स्क्रेच पड़ने के कारण भी घोस्ट टच की समस्या हो सकती है।

कई एप्स खुले रहना

मोबाइल में बहुत सारे एप्स एक साथ खुले रहने से भी समस्या आ सकती है। कई लोग रोज़ इस्तेमाल में आने वाले एप्स खोलकर ही रखते हैं। दरअसल, जब कई एप्स खुले रहते हैं तो इस वजह से सॉफ्टवेयर स्तर पर कई तरह की गड़बड़ियां आ जाती हैं और टच काम नहीं करता। ऐसे में बेहतर है कि मोबाइल में कई एप्स एक साथ खोलकर न रखें। काम करने के बाद इन्हें करते बंद करते चलें। नोटिफिकेशन भी हटाते चलें।

ये कारण भी हो सकते हैं

मोबाइल में स्पेस मेमोरी फुल होने के कारण भी समस्या हो सकती है। मोबाइल की गैलरी में जाकर इसमें मौजूद वीडियो, फोटो और अनावश्यक एप्स को डिलीट करें।
सिस्टम सॉफ्टवेयर अपडेट न होना भी वजह बन सकती है। समय-समय पर इसे अपडेट करते रहें।

मोबाइल कवर का आकार और बनावट का असर भी हो सकता है। कवर अच्छी गुणवत्ता वाला लगाएं या इसे बदलकर देखें।

-एजेंसी


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