राजधानी दिल्ली में जी-20 की होने वाली बैठक के लिए सुरक्षा के बेहद ही तगड़े इंतजाम किए गए हैं। इस महासम्मेलन में भाग लेने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दुनिया के 20 ताकतवर देशों के राष्ट्राध्यक्ष आएंगे। ऐसे में इनकी सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक की कोई गुंजाइश नहीं है। दुनिया के शीर्ष नेताओं की सुरक्षा में एनएसजी कमांडो और दिल्ली पुलिस के टॉप फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।
जी-20 के होटलों में ठहरने वाले विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए बेहद ट्रेंड हाउस इंटरवेंशन टीम्स की तैनाती की जाएगी। ये जवान किसी भी बंधक वाली स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह ट्रेंड होते हैं।
खतरा देखते ही गोली से उड़ाने का आदेश
HIT में एनएसजी और दिल्ली पुलिस के कमांडो शामिल होते हैं। सूत्रों ने बताया कि इन्हें खतरा देखते ही गोली मारने का आदेश होगा। ये कमांडो जी-20 के मेहमानों के होटलों में तैनात रहेंगे।
हर तरह के खतरे से निपटने में सक्षम
एनएसजी और दिल्ली पुलिस के ये कमांडो हर तरह के खतरों से निपटने में सक्षम हैं। ये अर्बन वॉरफेयर और नजदीकी लड़ाई लड़ने में माहिर होते हैं। ये पल भर में आतंकियों को ढेर करने की क्षमता रखते हैं।
SWAT से अलग है ये दस्ता
सूत्रों ने बताया कि ये दस्ता SWAT से अलग होगा। स्वात के कमांडो होटल के बाहर तैनात होंगे और वे होटल के बाहर किसी खतरे से निपटने के लिए तैनात किए जाएंगे। इन कमांडो के पास बेहद अत्याधुनिक हथियार होते हैं।
आतंकी हमले से निपटने में माहिर
ये कमांडो किसी भी बंधक वाली स्थिति या आतंकी हमले से निपटने में माहिर होते हैं। यही नहीं, ये लोन बुल्फ अटैक से निपटने के लिए ट्रेंड होते हैं। ये होटल के रूम के सेंटर में तैनात होंगे। उनकी तैनाती के बारे में केवल वेन्यू कमांडर को ही पता होगा।
इजरायली और अमेरिकी हथियार से होंगे लैस
HIT के कमांडो बेहद खतरनाक हथियार से लैस होंगे। इनके पास इयरायल में बने TAR-21 असाल्ट रायफल, अमेरिका में बने Glock 17 पिस्तौल होंगे। कुछ कमांडो के पास Glock के कॉर्नर शॉट्स से लैस होंगे। इस हथियार से अगल-अलग ऐंगल से शॉर्ट रेंज से हमला किया जा सकता है।
ऐसे करेंगे ऑपरेट
HIT दस्ते को अलग-अलग होटलों में होस्टेज सिजुएशन से निपटने के लिए तैनात किया जाएगा। इस दस्ते में एनएसजी और दिल्ली पुलिस के कमांडो होंगे। HIT के कमांडो के पास खास ट्रेनिंग होती है जो बिल्डिंग के अंदर भी आतंकी हमले से निपटने में सक्षम होते हैं। इन कमांडो के पास एक खास इलाके में घुसकर आतंकियों को मारने और बंधनों की छुड़ाने की ट्रेनिंग मिली होती है। इसके अलावा HIT के कमाडों बैक अप के लिए स्ट्रैटजिक लोकेशन पर स्नाइपर से लैस होंगे।
2611 के बाद बना था ये दस्ता
मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के बाद इस दस्ते को बनाया गया था। इन्हें अर्बन वॉरफेयर के लिए पूरी तरह ट्रेंड किया जाता है। ये अलग-अलग स्किल से लैस होते हैं।
Compiled: up18 News