-उत्तराखंड में टिहरी जिले के नरेंद्र नगर में भ्रष्टाचार रोधी कार्यकारी समूह की दूसरी बैठक शुरू
-बैठक में 90 से अधिक प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
-बैठक का शुभारंभ केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने किया
ऋषिकेश। G-20 की भ्रष्टाचार रोधी कार्यकारी समूह की दूसरी बैठक गुरुवार को उत्तराखंड में टिहरी जिले के नरेंद्र नगर में शुरू हुई। इस तीन दिवसीय बैठक में G20 के सदस्य देशों, 10 आमंत्रित देशों और 9 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 90 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इससे पहले देहरादून के जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर विदेशी मेहमानों का पारंपरिक संगीत, पहाड़ी टोपी और माला पहनाकर तथा तिलक लगाकर स्वागत किया गया। प्रतिनिधियों ने बुधवार शाम ऋषिकेश में गंगा आरती में शामिल होकर अध्यात्मिक शांति का भी अनुभव किया। G-20 दूसरी एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप बैठक का शुभारंभ केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने किया।
पहले दिन गुरुवार को वेस्टिन होटल में एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक आयोजित की गई जिसमें करप्शन फ्री वर्ल्ड पर चर्चा की गई। पहले दिन “भ्रष्टाचार विरोधी रणनीतियों के साथ लैंगिक संवेदनशीलता के तालमेल पर G-20 के दृष्टिकोण” की तलाश पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में G-20 देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के उच्च स्तरीय मुख्य वक्ता व सरकारी विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर G-20 के सह-अध्यक्ष इटली के जियोवन्नी टार्टाग्लिया पोलसिनी ने बैठक के उद्घाटन सत्र में अपना भाषण दिया। जियोवन्नी ने कहा कि सिविल सोसाइटी और निजी क्षेत्र सहित सभी हितधारकों को एक साथ आना चाहिए और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए साथ-साथ काम करना चाहिए। वहीं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में वैश्विक सहयोग की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए G20 इंडिया के प्रयासों की सराहना की और सार्वजनिक क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने का आह्वान किया।
इन तीन दिनों में G-20 के विदेशी प्रतिनिधियों के लिए उत्तराखंड की संस्कृति प्रदर्शित करने के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। तीन दिवसीय बैठक के दौरान सदस्य देशों के प्रतिनिधि पहाड़ों का ग्रामीण पर्यावरण देखने के साथ-साथ नरेंद्र नगर के आदर्श आवनी गांव का भ्रमण करेंगे। ऋषिकेश से करीब 14 किलोमीटर दूर स्थित आवनी गांव में लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्य किया गया है। इस गांव को उत्तराखंड की पारंपरिक शैली में आदर्श गांव के रूप में विकसित किया गया है।
बैठक से एक दिन पहले केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, राज्य मंत्री प्रधानमंत्री कार्यालय तथा कार्मिक और लोक शिकायत राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ऋषिकेश में आयोजित होने वाली G-20 बैठक भ्रष्टाचार के खिलाफ शून्य सहिष्णुता सुनिश्चित करने के लिए आर्थिक अपराधियों के खिलाफ भारत के संकल्प को दोहराएगी। उत्तराखंड से पहले G-20 देशों के भ्रष्टाचार रोधी कार्य समूह की पहली बैठक गुरुग्राम में मार्च में आयोजित हुई थी।