कोलकाता। जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्र रैगिंग मामले में डीन ऑफ साइंस सुबिनय चक्रवर्ती ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने आज रविवार को विश्वविद्यालय के कुलपति अमिताभ दत्ता को ईमेल के जरिए अपना इस्तीफा सौंप दिया. सुबिनय चक्रवर्ती विश्वविद्यालय के गणित विभाग के प्रोफेसर हैं. नए वीसी बुद्धदेव साव की नियुक्ति के 12 घंटे के अंदर यह इस्तीफा सामने आया है.
उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया, लेकिन उनके इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र की मौत की जांच को लेकर नई पेचीदगियां पैदा हो गई हैं.
छात्र की मौत की घटना के बाद जादवपुर यूनिवर्सिटी की ओर से एक जांच कमेटी गठित की गई थी. सुबिनय चक्रवर्ती आठ सदस्यों की उस समिति के प्रमुख थे. इस जांच कमेटी में यूनिवर्सिटी के अन्य प्रोफेसर भी थे. वे इस मामले को अपने तरीके से देख रहे थे.
घटना के बाद सुबिनय चक्रवर्ती समिति के अन्य सदस्यों के साथ कई बार हॉस्टल गये थे. उन्होंने वहां की स्थिति का अवलोकन किया था. उन्होंने कई बैठकें भी की थी. मालूम हो कि प्रोफेसर और राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार को गणित के प्रोफेसर बुद्धदेव साव को जादवपुर विश्वविद्यालय का अंतरिम कुलपति नियुक्त किया है.
वाइस चांसलर की नियुक्ति के 12 घंटे के अंदर डीन का इस्तीफा
इसके बाद रविवार को गणित के प्रोफेसर सुबिनय चक्रवर्ती ने इस्तीफा दे दिया. विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों ने बुद्धदेव साव को कुलपति बनाये जाने पर सवाल उठाये हैं. इसके बाद डीन का इस्तीफा सामने आया है.
विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक जब छात्रावास में छात्र की मौत हुई तो विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अनुपस्थित थे. वहां कोई कुलपति भी नहीं था. इसलिए उस समय विश्वविद्यालय के प्रबंधन की जिम्मेदारी अस्थायी रूप से विज्ञान के डीन पर थी. कुछ लोगों का मानना है कि उनके इस्तीफे से छात्र की मौत की जांच बाधित हो सकती है.
मालूम हो कि छात्र की मौत की जांच के बाद प्रथम वर्ष के छात्रों से लंबी पूछताछ के बाद जांच कमेटी को पता चला कि घटना के दिन इंट्रो देने के नाम पर पहले नाबालिग को निर्वस्त्र किया गया था. फिर उसी हालत में सीनियर्स ने उसे हॉस्टल की तीसरी मंजिल की रेलिंग पर चलने के लिए मजबूर किया गया था.
-एजेंसी