मुंबई। अभिनेताओं द्वारा परोपकार और दान हाल ही में खबरों में रहा है लेकिन प्रसिद्ध तेलुगु अभिनेता आदित्य ओम कई वर्षों से चुपचाप ग्रामीण उत्थान पर काम कर रहे हैं।
आदित्य ओम, जिन्हें ‘बंदूक’ और ‘अलिफ़’ जैसी समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्मों के अभिनेता के रूप में हिंदी दर्शकों में भी जाना जाता है और पुरस्कार विजेता फिल्म ‘मास्साब’ के निर्देशक के रूप में भी , उन्होंने तेलंगाना के चेरुपल्ली गांव को गोद लिया है और वहां कई जागरूकता और विकास कार्य कर रहे हैं वर्षों से।
क्षेत्र के स्कूलों को नियमित सहायता, पुस्तकालय का निर्माण, वृक्षारोपण, प्रतिभाशाली छात्रों की मदद करना, डिजिटल जागरूकता और केंद्र, कोविड काल में ज़रूरी सहायता इत्यादि उनकी कुछ गतिविधियाँ रही हैं। उनकी योजना इस साल एक एम्बुलेंस सेवा शुरू करने और आदिवासी क्षेत्रों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए काम करने की है।
आदित्य ओम कहते हैं कि लोगों की बढ़ती उम्मीदों को पूरा करना एक चुनौती है और वह आदिवासी क्षेत्रों के युवाओं को उनकी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए मार्गदर्शन करना चाहते हैं।
आदित्य ओम की हिंदी में आने वाली फिल्में हैं ‘कोटा’ ‘बंदी’ और ‘बग़ावत’।
-एजेंसी
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.