परिवार के साथ आउटिंग पर जाना किसे पसंद नहीं। हम सभी वक्त मिलते ही फैमिली ट्रिप प्लान करने लगते हैं। आखिर परिवार ही तो हमारी लाइफ लाइन है। क्या वाकई हम, इस परिवार के बिना अपने जीवन की कल्पना कर सकते हैं? जाहिर तौर पर जवाब ‘ना’ में होगा।
लेकिन कभी किसी ट्रिप से वापस आने के बाद क्या आपने कभी नोटिस किया है कि इस आउटिंग ने आपके रिश्ते के बीच जमी आइस को पिंघला दिया है!
चलिए हम बताते हैं कि एक फैमिली ट्रिप किन-किन तरीकों से हमारे रिश्ते के बॉन्ड को पहले से अधिक मजबूत करती है…
एक-दूसरे के साथ बात करने का पूरा वक्त
अपनी डेली रूटीन लाइफ में हम चाहकर भी अपने परिवार के हर सदस्य को उतना वक्त नहीं दे पाते, जितने का वो हकदार है। ऐसा करने पर हम न तो उससे वो सब बाते शेयर कर पाते हैं, जो हम उसे बताना चाहते हैं और न ही वह हमसे अपने मन की बात बता पाता है। ऐसा माता-पिता, पत्नी, भाई-बहन और बच्चों सभी के साथ होता है। लेकिन जब फैमिली ट्रिप पर बाहर निकलते हैं तो एक-दूसरे की बातें सुनने के लिए हमारे पास पूरा समय होता है।
एक-दूसरे के इंट्रस्ट का पता
फैमिली डे आउट पर ही हमें अक्सर इस बात का पता चलता है कि हमारे अपने प्रियजन को किस चीज का शौक है या वो किस काम में हमसे बेहतर है। साथ ही यह भी जीवन में आगे बढ़ने के लिए वो हमारी या हम उसकी किस तरह मदद कर सकते हैं। इस दौरान न केवल हम व्यक्तिगत स्तर पर कुछ अलग या आंख खोलने वाले अनुभव करेंते हैं बल्कि अपने यंग भाई-बहनों की लाइफ के बारे में बहुत कुछ जान पाते हैं। हमारा उनके साथ इमोशनल बॉन्ड मजबूत बनता है।
भारतीय परिवेश में है जरूरी
भारतीय परिवेश में फैमिली आउटिंग और भी अधिक जरूरी है क्योंकि हमारे समाज में बहुत सारे रीति-रिवाज के साथ ही कई कुरीतियां भी व्याप्त हैं। बच्चों को परिवार में अपनी बात खुलकर रखने की आजादी कुछ ही घरों में मिलती है। ज्यादातर पैरंट्स को तो इस बात का पता ही नहीं चल पाता कि मानसिक और भावनात्मक रूप से उनका बच्चा किस स्टेज से गुजर रहा है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों के साथ अपने रिश्तों को थोड़ा सहज बनाया जाए। और आउटिंग बड़ी ही आसानी से इस सहजता को बढ़ाने में मदद करती है।
रोज की जिंदगी पीछे छूट जाती है
रोजमर्रा के अपने सेट रूटीन से हटकर हम कुछ अलग करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र होते हैं। ऐसे में हम सिर्फ अपने परिवार के ही नहीं बल्कि खुद के भी अधिक करीब जा पाते हैं। फैमिली ट्रिप के दौरान परिवार के सदस्य आमतौर की अपेक्षा अधिक वैल्यू देते हैं। क्योंकि तब हम ही एक-दूसरे के साथ किसी अनजान जगह की ट्रिप पर होते हैं। ऐसे में अधिक नजदीकी का अहसास होता है। और यह अहसास मजबूत भी होता है कि हमें संभालने के लिए कोई है।
बहुत कुछ सीखने के अवसर
परिवार में रिश्तों को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है ताकि घर का माहौल हमेशा सकारात्मक और खुशियों से भरा रहे, यह सीखने का अवसर भी हमें आउटिंग के दौरान मिलता है। मन में पड़ चुकी गाठें, कोई नाराजगी या एक-दूसरे को तसल्ली से सुनने का शानदार मौका होता है, फैमिली आउटिंग।
करियर के लिए बेहतर
क्या आपने कभी महसूस किया है या किसी से सुना है कि अगर परिवार के साथ आपकी बॉन्डिंग अच्छी होती है तो आप करियर में भी बेहतर कर पाते हैं! जी हां, ऐसा होता है।
दरअसल, परिवार की तरफ से मिलने वाला मजबूत इमोशनल सपॉर्ट हमें संघर्ष के वक्त में टूटने से बचाता है। हम गलत रास्ते पर जाने से बचते हैं क्योंकि हमें परिवार की जिम्मेदारी का अहसास रहता है। तो देर किस बात की? इस वीकेंड कर लीजिए फैमिली आउटिंग की प्लानिंग।
-एजेंसियां