14 साल में पांच हजार करोड़ का व्यापार देने लगा मीट एट आगरा
जूता उद्यमियों का तीन दिवसीय ट्रेड फेयर सात अक्टूबर से सींगना में
45 देशों के 250 से अधिक एग्जिबीटर्स करेंगे प्रतिभाग
आगरा: केवल 1200 करोड़ रुपये के व्यापार से शुरू हुआ फुटवियर ट्रेड का महाकुम्भ “मीट एट आगरा” अपने चौदहवें संस्करण तक आते-आते चार से पांच हजार करोड़ रुपये के व्यापार तक पहुँच गया है। जूता उद्योग को प्रोत्साहन के उद्देश्य से शुरू किया गया यह व्यापार मेला इस बार सात से नौ अक्टूबर तक आगरा-मथुरा राजमार्ग पर ग्राम सींगना में स्थित आगरा ट्रेड सेंटर पर आयोजित किया जायेगा।
‘मीट एट आगरा’ के बारे में जानकारी देते हुए आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैम्बर (एफमेक) के अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल से यह व्यापार मेला आयोजित नहीं हो सका था। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कारोबारी रफ्तार में भले ही कमी रही, लेकिन तकनीकी विकास अपनी रफ्तार से आगे बढ़ा है। खास बात यह है कि आगरा जहां स्पोर्ट्स शूज के प्रोडक्शन में अपनी भागीदारी शून्य रखता था। अब इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ चुका है, कई जूता निर्यातकों ने स्पोर्ट्स शूज बनाने के लिए तकनीकी रूप से स्वयं को विकसित किया है। कई फैक्ट्रियों में स्पोर्ट्स शूज का प्रोडक्शन हो रहा है। अब हम कह सकते हैं कि आगरा की जूता इंडस्ट्री अब सिर्फ चमड़े पर निर्भर नहीं रहेगी।
आगरा में औद्योगिक संस्कृति का अभाव: राजेश सहगल
एफमेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल ने बताया कि मीट एट आगरा फेयर लैदर, फुटवियर कंपोनेंट्स एन्ड टेक्नोलॉजी फेयर के रूप में दुनिया के प्रमुख फुटवियर फेयर्स के कलेण्डर में शुमार किया जाता है। यह फेयर न सिर्फ आगरा के जूता उद्योग को गति देने में अहम् भूमिका निभा रहा है अपितु भारत को ग्लोबल फैक्ट्री बनाने में ख़ास भूमिका निभा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहाकि आगरा में औद्योगिक संस्कृति का अभाव है, जबकि चेन्नई, मुंबई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में औद्योगिक संस्कृति खूब फलफूल रही है। इसकी कमी से ही औद्योगिक क्षेत्र में आगरा अपेक्षित तरक्की नहीं कर पा रहा है।
फेयर में सबकुछ एक छत के नीचे: कैप्टन राना
एफमेक कन्वीनर व पूर्व अध्यक्ष कैप्टन एएस राना ने बताया कि टाटा, रिलायंस, वालमार्ट और फ्यूचर ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों ने चीन से आयात पूरी तरह बंद कर दिया है अब वे भारतीय उत्पादों पर निर्भर हैं। यही कारण है कि हम घरेलू बाजार में लगातार वृद्धि हासिल कर रहे हैं। अब वक्त है हम अपने उत्पादों की गुणवत्ता वैश्विक बाजार को ध्यान में रखकर विकसित करें। यह फेयर इस कारोबार से जुड़े हर व्यक्ति के लिए गूगल की तरह एक सर्च इंजन है जहाँ हम वो सब कुछ एक छत के नीचे पाएंगे जो आज हमारी जरूरत है।
15,000 करोड़ का कारोबारी लक्ष्य: गोपाल गुप्ता
एफमेक उपाध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि निर्यात में आगरा की कुल भागीदारी 25 प्रतिशत है, वहीं घरेलू प्रोडक्शन में 65 प्रतिशत है। अब आगरा लगभग 15,000 करोड़ के कारोबारी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल होंगे मुख्य अतिथि
तीन दिवसीय फेयर का सात अक्टूबर को शुभारम्भ होगा। केंद्र सरकार के वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल मुख्य अतिथि होंगे। केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री प्रो.एसपी सिंह बघेल एवं प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, सांसद राजकुमार चाहर विशिष्ट अतिथि होंगे।
तकनीकी सत्र में देश व दुनिया के दिग्गज देंगे व्याख्यान
तीन दिवसीय फेयर के दूसरे दिन आठ अक्टूबर को तकनीकी सत्र आयोजित होगा जिसमें भारत व दुनिया के अन्य देशों से आए इंडस्ट्री के दिग्गज अपने अनुभव साझा करेंगे, वहीं कॉलेजों के छात्रों को इंडस्ट्री एक्स्पोजर भी मिलेगा जिससे युवाओं में उद्यमिता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
प्रेसवार्ता के दौरान एफमेक सचिव ललित अरोड़ा, प्रदीप वासन, चंद्र शेखर आदि मौजूद रहे।
-up18news
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