नई दिल्ली: महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच आज पुरे मामले का पठाक्षेप हुआ और एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ ग्रहण किया। इसी क्रम में देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण किया। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजभवन में किया गया। इस दौरान शिवसेना और बीजेपी के कई अन्य नेता भी मौजूद रहे।
बता दें कि एकनाथ शिंदे के बतौर सीएम पद की शपथ लेने के बाद अब अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र की नई कैबिनेट तय होगी। गुरुवार शाम को देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि आज शाम साढ़े सात बजे एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए सीएम के तौर पर शपथ लेंगे, जबकि इनकी कैबिनेट अगले कुछ दिनों में शपथ लेगी।
इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की थी वो राज्य की शिंदे सरकार का हिस्सा नहीं होंगे और बाहर से उन्हें समर्थन देंगे। इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें सरकार बनाने का प्रस्ताव सौंपा था। सूत्रों के अनुसार देवेंद्र फडणवीस पहले नई सरकार में कोई पद लेना नहीं चाहते थे लेकिन बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद वो उप-मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हो गए।
सीएम एकनाथ शिंदे के शपथ लेने के बाद उन्हें पीएम मोदी ने बधाई दी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मैं एकनाथ शिंदे जी को महाराष्ट्र के नए सीएम के तौर पर शपथ लेने की बधाई देता हूं। वो जमीन से जुड़े नेता हैं। राजनीति में उनका अनुभव महाराष्ट्र को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएगा। मैं उन्हें एक बार फिर बधाई देता हूं। पीएम ने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस बीजेपी के हर कार्यकर्ता के लिए एक प्रेरणा हैं। उनका अनुभव राज्य सरकार के लिए काफी फायदेमंद साबित होने वाला है। मुझे भरोसा है कि उनके सहयोग से राज्य के विकास की यात्रा और तेज होगी।
ध्यान हो कि राज्य में कई दिनों से राजनीतिक उथापुथल के हालात थे। शिवसेना के दो तिहाई से ज्यादा विधायक पहले मुंबई से सूरत गए और वहां से फिर उन्हें गुवाहाटी भेज दिया गया। ये सभी विधायक उद्धव ठाकरे सरकार का विरोध कर रहे थे। इनकी मांग थी कि उद्धव ठाकरे महाअघाड़ी सरकार से बाहर आएं। हालांकि बाद में उद्धव ठाकरे ने इन विधायकों को मुंबई लौटने का न्यौता देते हुए कहा था कि अगर आप मुंबई वापस आ जाते हैं तो वो इस गठबंधन से बाहर निकल जाएंगे। लेकिन इसके बाद भी विधायक मुंबई नहीं लौटे।
वहीं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे हर बीतते दिन के साथ अपने साथ विधायकों की संख्या बढ़ने का दावा करते रहे। हालात को संभलता ना देखकर आखिरकार बुधवार को उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव करते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद से ही बीजेपी और शिवेसना के बागी विधायकों के बीच राज्य में नई सरकार बनाने को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो गया था। गुरुवार को एकनाथ शिंदे मुंबई लौटे और पहले देवेंद्र फडणवीस के घर गए। वहां से सीधे राज्यपाल के पास गए और दोनों ने मिलकर राज्य में एक स्थिर सरकार बनाने का दावा किया।
-एजेंसी
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