दिल्ली की आबकारी नीति घोटाले में आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ईडी की रिमांड पर हैं। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अदालत को बताया कि संजय सिंह को जांच एजेंसी की हवालात से स्थानांतरित करने का उसका कोई इरादा नहीं है। ईडी की ओर से अदालत में यह बात सिंह के इस आरोप के जवाब में कही गई कि उन्हें प्रताड़ित करने के लिए बिना सीसीटीवी वाले पुलिस लॉकअप में स्थानांतरित करने के लिए झूठे आधार बनाए गए हैं। संजय सिंह ने आरोप लगाया था कि उन्हें टॉर्चर के लिए थाने के लॉकअप में ट्रांसफर करने की प्लानिंग की जा रही है।
तुगलक रोड थाने में लाने की थी प्लानिंग
केंद्रीय जांच एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश विकास ढुल के समक्ष कहा कि उसने ईडी कार्यालय लॉकअप में कीट नियंत्रण कार्य के कारण सिंह को तुगलक रोड पुलिस थाने के लॉकअप में स्थानांतरित करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब इसकी आवश्यकता नहीं है क्योंकि प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
जज ने ईडी की दलील पर गौर करने के बाद सिंह के आवेदन को ‘निरर्थक’ बताते हुए उसका निस्तारण कर दिया। इससे पहले अब रद्द हो चुकी दिल्ली की शराब नीति के क्रियान्वयन में अनियमितताओं के आरोप में आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया था।
संजय सिंह के करीबियों से पूछताछ
इससे पहले संजय सिंह के करीबी सहयोगियों में से एक विवेक त्यागी शनिवार को कथित शराब घोटाले के संबंध में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए थे। एजेंसी मुख्यालय में प्रवेश करने से पहले मीडिया से बात करते हुए त्यागी ने कहा कि यह एक आधारहीन घोटाला है क्योंकि कोई अवैध लेनदेन नहीं हुआ, कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ और हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। शुक्रवार को ईडी ने मामले के सिलसिले में सर्वेश मिश्रा से कई घंटों तक पूछताछ की थी।
2 करोड़ रुपये की आय का आरोप
अपने रिमांड नोट में ईडी ने कहा था कि सिंह को कथित दिल्ली शराब घोटाले में 2 करोड़ रुपये की अपराध आय प्राप्त हुई है और यह स्पष्ट है क्योंकि ईडी की जांच से पता चला है कि व्यवसायी दिनेश अरोड़ा ने आप के संचार प्रभारी विजय नायर के निर्देश पर अगस्त-अक्टूबर 2021 के दौरान समीर महंद्रू से 3 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी।
Compiled: up18 News
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