पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब तृणमूल कांग्रेस TMC की सांसद नुसरत जहां पर शिकंजा कसा है। ईडी ने एक संदिग्ध वित्तीय संस्था के साथ निदेशक के रूप में उनके पिछले जुड़ाव पर पूछताछ के लिए नुसरत जहां को तलब किया है। इस कंपनी ने वरिष्ठ नागरिकों को उचित दरों पर आवासीय फ्लैट देने का वादा करके कई करोड़ रुपये ठगे हैं। इस कंपनी में नुसरत जहां डायरेक्टर थीं। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने इस संबंध में उक्त कॉरपोरेट इकाई 7 सेंस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के एक अन्य निदेशक राकेश सिंह को भी तलब किया है। दोनों को 12 सितंबर को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में साल्ट लेक में केंद्रीय एजेंसी के केंद्र सरकार के कार्यालय (सीजीओ) परिसर में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
करोड़ों लेकर भी नहीं दिए फ्लैट्स
ईडी के अधिकारी पहले ही इस मामले में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दायर कर चुके हैं। ईडी में दर्ज शिकायतों के अनुसार, उक्त कॉरपोरेट इकाई ने ठगे गए निवेशकों से चार साल के भीतर उचित दरों पर आवासीय फ्लैट देने का वादा करके कई करोड़ रुपये एकत्र किए। हालांकि उन्हें अभी तक वे आवासीय फ्लैट नहीं मिले।
निदेशकों में एक थीं नुसरत जहां
सेवन सेंस इंफ्रास्ट्रक्चर पर फ्लैटों की बिक्री में 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। ईडी के सूत्रों के अनुसार, कथित धोखाधड़ी के समय टीएमसी सांसद कंपनी के निदेशकों में से एक थीं। ईडी इस संबंध में नुसरत से पूछताछ करना चाहती है। केंद्रीय जांच एजेंसी के इस संबंध में एक अलग ईसीआईआर दायर किए जाने की संभावना है। इससे पहले ईडी ने मामले के संबंध में कोलकाता पुलिस से विवरण मांगा था। यह देखा जाना बाकी है कि क्या नुसरत अब ईडी के कॉल के जवाब में सीजीओ परिसर में पेश होती हैं।
नुसरत जहां ने दी सफाई
ईडी के सूत्रों के अनुसार, नुसरत को तलब करने के पीछे कई कारण हैं। यह सवाल उठाया जा सकता है कि क्या नुसरत को निर्देशक रहते हुए पैसे के लेन-देन के बारे में पता था। नुसरत पर कंपनी से पैसे लेने का भी आरोप है। जांच एजेंसी यह भी जानना चाहेगी कि उसने पैसे लिए या नहीं और उसने इसे क्यों लिया।
हालांकि, नुसरत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने कंपनी से ऋण के रूप में पैसे लिए थे। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं। कहा जा रहा है कि मैंने भ्रष्टाचार के पैसे से अपना घर खरीदा है, यह आरोप गलत है। मैंने इस कंपनी से ऋण लिया था। मैंने ब्याज के साथ ऋण चुका दिया।’
इस तरह ईडी तक पहुंचा मामला
संयोग से, कई लोगों को धोखा दिया गया जब वे सेवन सेंस इंफ्रास्ट्रक्चर में फ्लैट खरीदने गए। उन्होंने हाल ही में भाजपा नेता पांडा के साथ ईडी का दरवाजा खटखटाया था। उनमें से कई सीजीओ परिसर में फंस गए थे। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि धोखेबाजों का बयान दर्ज किया जा सकता है। संकुदेव पांडा ने कहा, ‘यह होना ही था। फ्लैट बेचने के नाम पर गरीबों के साथ धोखा किया गया है। अगर ईडी ने कोई कार्रवाई नहीं की होती तो हम अदालत जाते।’
ममता बनर्जी की बढ़ी मुसीबत
नुसरत जहां की ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई कि वह 12 सितंबर को ईडी कार्यालय में पेश होंगी या नहीं। तृणमूल कांग्रेस के किसी नेता की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि टीएमसी की मुसीबत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पहले ही ईडी के रेडार पर थे। ममता बनर्जी सरकार के मंत्री रहे पार्थ चटर्जी समेत कई करीबी नेता जेल में हैं और अब नुसरत जहां पर शिकंजा कसा है।
Compiled: up18 News