तुर्की-सीरिया में सोमवार, 6 फरवरी को आए दो भीषण भूकंपों और उसके बाद के झटकों और तबाही के कारण मरने वालों की संख्या 10,000 के करीब पहुंच गई है। दोनों देशों से अब तक 9500 से ज्यादा लाशें बरामद की जा चुकी हैं। फिर भी दुनिया भर की राहत एजेंसियां लोगों को मलबे से निकालने का काम कर रही हैं।
इसी कड़ी में ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत भारत ने भूकंप प्रभावित तुर्की में मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए चार सदस्यीय डॉग स्क्वॉड भेजा है। दस्ते में जूली, रोमियो, हनी और रेम्बो शामिल हैं। लैब्राडोर सूंघने और बचाव के लिए प्रशिक्षित हैं। ये मलबे के नीचे दबे इंसानों को सूंघकर निकालने में मदद करते हैं। उन्हें एनडीआरएफ की दो अलग-अलग टीमों के साथ मंगलवार को तुर्की भेजा गया है।
भूकंप के बाद तुर्की में मलबे में दबे लोगों की तलाश में मदद के लिए मेक्सिको ने डॉग स्क्वॉड भेजा है। दस्ते में 16 कुत्ते हैं और मेक्सिको सिटी से उड़ान भर रहे हैं।
मेक्सिको के डॉग स्क्वायड की सदस्य फ्रीडा 2017 में तब चर्चा में आई थीं, जब उन्हें मेक्सिको सिटी में आए भूकंप के बाद मलबे में बचे लोगों की तलाश करते हुए देखा गया था। फ्रीडा ने सुरक्षात्मक चश्मे और जूते पहने हुए थे, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसने 12 लोगों की जान बचाई और 40 शव बरामद किए।
Compiled: up18 News