राष्ट्रपति चुनावों की उम्मीदवारी के लिए डोनाल्ड ट्रंप को अहम जीत मिली

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अमेरिकी मीडिया के मुताबिक़ साउथ कैरोलाइना में हुए रिपब्लिकन पार्टी के प्राइमरी चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी आख़िरी प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली को हरा दिया है. निक्की हेली साउथ कैरोलाइना की गवर्नर रह चुकी हैं.

निक्की हेली ने इस जीत पर डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी है और अभियान जारी रखने का एलान किया है.

अमेरिका में सीबीएस न्यूज़ ने एग्ज़िट पोल के नतीजे जुटाए हैं, जिनके तहत ट्रंप को हेली की तुलना में आबादी के हर समूह ने ज़्यादा वोट दिए हैं. ट्रंप को महिलाओं और पुरुषों के हर आयु वर्ग के लोगों के ज़्यादा वोट मिले हैं.

ट्रंप ने लगातार चौथे राज्य में जीत हासिल की है. यह दिखाता है कि ट्रंप को रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ माने जाने वाले इलाक़ों में अच्छा समर्थन मिल रहा है.

इस जीत के साथ ही यह लगभग तय हो गया है कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बीच मुक़ाबला होगा.

इस जीत के बाद ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा कि ‘ये कमाल की शाम है.’ उन्होंने कहा कि वह ‘जो बाइडन की आखों में आंखें डालकर ये कहने के लिए तैयार हैं कि जो, तुम पद से हटा दिए गए हो.’

ट्रंप ने कहा, “हम लगभग 15 मिनट तक जश्न मनाएंगे और फिर काम पर जुट जाएंगे.”

उनका इशारा अगले प्राइमरी चुनावों और सुपर ट्यूज़डे की ओर था, जब 16 राज्यों में एकसाथ रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने के लिए वोट डाले जाएंगे. ट्रंप ने कहा कि ‘ये समय से पहले ही हो गया.’

दरअसल, निक्की हेली ने रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने की दौड़ से नाम वापस लेने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि वो आख़िर तक लड़ेंगी.

ट्रंप को बधाई देते हुए हेली ने कहा कि वह अभियान जारी रखेंगी. उन्होंने कहा, “हम कल मिशिगन जाएंगे और फिर अगले हफ़्ते सुपर ट्यूज़डे होगा. हम अमेरिका के लिए लड़ते रहेंगे और तब तक आराम नहीं करेंगे, जब तक अमेरिका की जीत नहीं हो जाती.”साउथ कैरोलाइना में ट्रंप की जीत तय मानी जा रही थी और हेली को भी इसका अनुमान था.

लेकिन अंतिम नतीजे आने पर शायद उन्हें थोड़ी राहत मिले.
अगर साउथ कैरोलाइना में उनका प्रदर्शन इससे पहले के प्राइमरीज़ से बेहतर रहता है तो वह कह सकती हैं कि उनके पक्ष में समर्थन बढ़ा है.

न्यू हैंपशायर में वह ट्रंप से सिर्फ़ 11 पॉइंट्स से हारी थीं, मगर अपने गृह राज्य में ही वह अंकों के इस अंतर को पाट नहीं सकीं तो भविष्य में उनकी संभावनाएं और कमज़ोर हो जाएंगी.

-एजेंसी