डायरेक्‍टर विवेक अग्‍न‍िहोत्री ने ममता बनर्जी को भेजा लीगल नोटिस

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न्‍यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए विवेक अग्‍न‍िहोत्री ने कहा, ‘पिछले कई वक्‍त से मैं खामोश था। कोई भी मुख्‍यमंत्री चाहे तो दिल्‍ली के चीफ मिनिस्‍टर हो, या बड़े-बड़े पत्रकार हों, राजनेता हों, ये कभी भी उठकर यह कह देते थे कि The Kashmir Files एक प्रोपेगेंडा फिल्‍म है। अब मुझे लगा कि बहुत हो चुका है। जो भी यह कहता है कि यह प्रोपेंगेडा है वह आकर यह साबित करे कि इसमें कौन सा डायलॉग, कौन सा सीन, कौन सा फैक्‍ट है प्रोपेगेंडा है। हमारी तरफ से फिल्‍म के जो प्रोड्यूसर हैं, श्री अभ‍िषेक अग्रवाल, पल्‍लवी जोशी जी और मैं हमारी तरफ से एक बहुत ही सख्‍त और लीगल कार्रवाई हम करेंगे।’

ममता बनर्जी जवाब दें, उनके पास क्‍या तथ्‍य हैं

विवेक अग्‍न‍िहोत्री ने आगे कहा, ‘कल बंगाल की मुख्‍यमंत्री माननीय श्रीमति ममता बनर्जी ने कश्‍मीर फाइल्‍स के और मेरी जो अगली फिल्‍म है जो बंगाल के जेनोसाइड के ऊपर है, उस पर लांक्षण लगाए। उन्‍होंने कहा कि मुझको कश्‍मीर फाइल्‍स बनाने के लिए या अगली फिल्‍म बनाने के लिए बीजेपी स्‍पॉन्‍सर करती है। फंड करती है। यह एक बहुत ही मेरे मन को आहत करने वाली, मेरे रोजगार को प्रभावित करने वाली और सरासर झूठ बात है। ये बेबुनियाद बात है, जो पॉलिट‍िकल एजेंडा के तहत अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए ममता जी ने ऐसा बोला है। इसके लिए मैंने, मेरे प्रोड्यूसर अभ‍िषेक अग्रवाल जी ने, पल्‍लवी जोशी जी ने उनको ये लीगल नोटिस भेजा है। हमने उनसे कहा है कि वह इस बात का जवाब दें कि उन्‍होंने जो बातें कहीं है, उसका तथ्‍य क्‍या है। अन्‍यथा यह मानहानि है। मेरी नजर में यह एक आदमी की रोजी-रोटी को प्रभावित करने के लिए दिया गया बयान है।’

एक साल से मेरा जीना दूभर कर दिया है

विवेक अग्‍न‍िहोत्री ने आगे कहा, ‘मैं पिछले एक साल से कैसे जी रहा हूं, यह मैं ही जानता हूं। मैंने अभी लिखा भी था कि स्‍वर्ग बनाने के लिए आपको नरक में जीना होगा। आज भारत के राजनेताओं और पत्रकारों ने और कई कम्‍यूनल फैक्‍ट चेकर्स ने उन्‍होंने मेरी बेटी की फोटोज को इंस्‍टाग्राम से उठाकर उसको प्रसारित किया। यह एक सभ्‍य लोकतंत्र में बहुत ही घ‍िनौना अपराध है। लेकिन मैं खामोश रहा। तरह-तरह की बातें दिल्‍ली की विधानसभा में, उसके बाहर बंगाल में ममता जी ने कितनी बातें कहीं, लेकिन मैं चुप रहा। मुझे लगा कि इसमें क्‍यों आग लगाना। लेकिन एक प्रजातंत्र में फिल्‍मफेकर का जीना दूभर किया जा रहा है। इसके ख‍िलाफ आवाज उठाना और आगे आने वाली पीढ़‍ि के लिए मैं एक बड़ी मिसाल पेश करूं, ताकि क‍िसकी की मजाल न हो कि किसी क्रिएटिव फिल्‍ममेकर की आवाज को दबा दे।’

बैन के ख‍िलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची ‘द केरल स्‍टोरी की टीम’

इस बीच ‘द केरल स्‍टोरी’ के मेकर्स ने भी सुप्रीम कोर्ट में पश्‍च‍िम बंगाल में फिल्‍म के बैन को चुनौती दी है। अपनी याचिका में उन्‍होंने तमिलनाडु सरकार से भी कहा है कि वह सिनेमाघरों में फिल्‍म की स्‍क्रीनिंग को लेकर सुरक्षा बढ़ाएं।

Compiled: up18 News